पटना: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार को फतह करने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. तीन बैठकों के जरिए जेपी नड्डा ने एक्शन प्लान को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी नेताओं और कार्यकर्ताओं के कंधों पर सौंपी है. बिहार से विपक्षी एकता की कवायद शुरू हुई थी, बिहार को ही विपक्षी एकता का सूत्रधार माना जा रहा है. ऐसे में भाजपा के निशाने पर बिहार है, बिहार की जिम्मेदारी भाजपा के दो बड़े नेता अमित शाह और जेपी नड्डा को सौंपी गई है.
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जेपी नड्डा ने तय की बिहार की रणनीति : 1 साल के अंदर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दूसरी बार बिहार पहुंचे. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आए थे. भाजपा की नजर बिहार के 40 लोकसभा सीट पर है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक दिन के बिहार दौरे पर आए थे और सभा के बाद जेपी नड्डा ने प्रदेश कार्यालय में तीन बैठकों में हिस्सा लिया. जेपी नड्डा ने पहले प्रदेश पदाधिकारी के साथ बैठक की, उसके बाद विधायक विधान पार्षद और सांसदों के साथ बैठक किया. अंत में कोर कमेटी के साथ बैठक हुई और भावी रणनीतियों पर चर्चा की गई.
जेपी नड्डा ने दिए कार्यकर्ताओं को टिप्स : प्रदेश पदाधिकारी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संगठन के विषय पर चर्चा की. एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी नेताओं को टिप्स दिए. साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर भी पदाधिकारियों को केंद्र सरकार की उपलब्धी को जन-जन तक ले जाने की नसीहत दी. विधायक, विधान पार्षद और सांसदों की बैठक में भी जेपी नड्डा ने पार्टी के कार्यक्रमों को लेकर जनप्रतिनिधियों से बातचीत की. विधायकों से पूछा कि आप अपना कार्यालय किस तरीके से चलाते हैं और लोगों की समस्या का समाधान कैसे करते हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर सबको सक्रिय रहने की हिदायत दी गई है.
कोर कमेटी की बैठक में हुए शामिल: अंत में कोर कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक हुई. कोर कमेटी की बैठक में बिहार भाजपा के तमाम कद्दावर नेताओं ने हिस्सा लिया. जेपी नड्डा ने बैठक में लोकसभा प्रभारी को लेकर तमाम सदस्यों से जवाब तलब किया. साथ ही लोकसभा प्रभारी के साथ समन्वय स्थापित कर काम करने की नसीहत दी. इसके अलावा जातिगत गणना को लेकर भी पार्टी का स्पष्ट रुख तय हुआ. सूत्रों की मानें तो पार्टी जातिगत गणना का विरोध नहीं करेंगी, लेकिन पिछड़ों, अति पिछड़ों के सवाल पर आवाज उठाते रहेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी.
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