पटना: बीजेपी का मिशन बिहार जारी है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाद अबबीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डाभी बिहार दौरे पर आ रहे हैं. वह बिहार बीजेपी के भीष्म पितामह कैलाशपति मिश्र के जयंती समारोह में शिरकत करने के लिए अगले महीने की 5 तारीख को पटना आ रहे हैं. जब से बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन टूटा है, तब से अमित शाह चार बार बिहार आ चुके हैं. वहीं जेपी नड्डा का भी बिहार दौरान हो चुका है.
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कैलाशपति मिश्र का जयंती समारोह: कैलाशपति मिश्र की 100वीं जयंती को बीजेपी इस बार भव्य तरीके से मनाने जा रही है. बापू सभागार में समारोह होना तय है, जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भाग लेंगे. नड्डा के प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रदेश स्तर पर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय से आने वाले कम 6000 कार्यकर्ता बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं. राजधानी पटना के बापू सभागार में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर बीजेपी दफ्तर में बैठकों का दौर जारी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत के लिए 2000 से अधिक लोग पुनाईचक चौराहा पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का सम्मान किया जाएगा.
कौन थे कैलाशपति मिश्र?:आपको बता दें कि स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में थे. उनका जन्म 5 अक्टूबर 1923 को बक्सर जिले के दुधारचक गांव में हुआ था. भूमिहार समाज से आने वाले मिश्र ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था. इसके लिए उनको गिरफ्तार भी किया गया था. वह विधायक, मंत्री और दो राज्यों के राज्यपाल भी रहे थे. साल 2012 में 89 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया.
बीजेपी के लिए क्यों अहम है कार्यक्रम?:दरअसल, जातिगत वोट बैंक साधने के लिहाज से यह कार्यक्रम बेहद अहम है. पिछले साल बिहार के कई जिलों में भूमिहार नेताओं में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली थी. बोचहां विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार के पीछे भी भूमिहार समाज की नाराजगी को ही बड़ी वजह मानी गई थी. ऐसे में कैलाशपति मिश्र के जयंती समारोह के बहाने भूमिहार समाज को एकजुट करने की कोशिश की जाएगी.