पटनाःबिहार में जातिगत जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद से सियासत के अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. बीजेपी ने लालू प्रसाद यादव से निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है. मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया है और अब मोहन यादव का इस्तेमाल महागठबंधन के वोट बैंक में सेंधमारी के लिए भी किया जा रहा है.
यादव वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश: आपको बता दें कि जातिगत जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 14.26 प्रतिशत यादव जाति की आबादी है. संख्या के लिहाज से बिहार में एक करोड़ 86 लाख 50000 यादव जाति की आबादी है लालू प्रसाद यादव की ताकत भी यादव जाति ही मानी जाती है.लंबे अरसे से बीजेपी यादव वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश में जुटी है, बिहार में नंदकिशोर यादव , नित्यानंद राय, नवल किशोर यादव सरीखे नेता बीजेपी की यादव सियासत को धार देने की कोशिश करते रहे हैं. भूपेंद्र यादव इसी कड़ी में लंबे समय तक बिहार के प्रभारी बने रहे.
कृष्ण चेतना मंच का होगा आयोजनः हाल ही में बापू सभागार में यदुवंशी सम्मेलन का आयोजन किया गया. हजारों की संख्या में यादव जाति के लोगों को सदस्यता दिलाई गई. कार्यक्रम के सूत्रधार नित्यानंद राय और विधान पार्षद नवल किशोर यादव रहे. अब 18 जनवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बिहार दौरे पर आ रहे हैं, बीजेपी यादव जाति के पुराने संगठनों में एक कृष्ण चेतना मंच सम्मान समारोह का आयोजन करेगी. पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में कार्यक्रम का आयोजन होगा. चर्चा है कि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में यादव जाति के लोग शिरकत करने वाले हैं.
'बीजेपी से जुड़ रहे यादव': इस सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एक सामाजिक संगठन के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे हैं, यादव जाति का जुड़ाव बहुत तेजी से भारतीय जनता पार्टी के साथ हुआ है,उसी की परिणति है कि मोहन यादव आज मुख्यमंत्री बने हैं.