बिहार

bihar

ETV Bharat / state

सुशील कुमार मोदी आज जाएंगे छपरा, शराब कांड के पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात

आज छपरा में पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी शराब कांड के पीड़ितों से मिलेंगे (Sushil Kumar Modi will meet victims of liquor case). उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मौत होने पर मुसीबतें परिवार पर टूटती हैं, इसलिए उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए.

बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी

By

Published : Dec 17, 2022, 7:45 AM IST

पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही (Suspected death in Chapra due to poisonous liquor) है. अब तक 71 लोगों की मौत संदिग्ध जहरीला पदार्थ पीने से हुई है. इस मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. इस बीच बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी (BJP MP Sushil Kumar Modi) आज छपरा जाएंगे. उन्होंने बताया कि वह छपरा में जहरीली शराब पीने से मृत व्यक्तियों के परिजनों से मिलेंगे.

ये भी पढ़ें-'कह देना ठंड से मर गए..' जरा सोचिए क्या बीतता होगा जिन्होंने अपने को खोया

बीजेपी ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन: इधर, इस मसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों ओर हमलावर रुख अपनाए हुए है. गुरुवार को विधानसभा नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, विधानपरिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर समेत बीजेपी के शिष्टमंडल ने छपरा का दौरा किया. उन्होंने परिजनों से मिलकर मौत की वजह और वहां चल रही पुलिसिया कार्रवाई का जायजा लिया. शुक्रवार को बीजेपी नेताओं ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा.

जिला प्रशासन ने अब तक 26 मौत की पुष्टि की: गुरुवार को सारण डीएम राजेश मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया था कि 26 लोगों की मौत संदिग्ध पदार्थ पीने की वजह से हुई है. वहीं मिल रही जानकारी के मुताबिक अभी तक 200 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. डीएम ने कल तक 51 लोगों के गिरफ्तार होने की जानकारी दी थी. इधर, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि मशरक के एसएचओ रितेश मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है. जबकि एक चौकीदार को भी सस्पेंड किया गया है. मरहौरा डीएसपी के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है.

'भाजपा शासित राज्यों में जहरीली शराब से मौत' :तेजस्वी यादव ने कहा कि NCRB के 2016 से 2020 के आंकड़ों के अनुसार जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौत भाजपा शासित राज्यों में ही हुई है. उन्होंने बताया कि सांसद दानिश अली ने देश भर में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े मांगे थे. इसके जवाब में गृह राज्यमंत्री ने जानकारी दी है कि 2016 से 2020 तक के आंकड़ों के अनुसार जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौत एमपी में हुई है. 1214 लोगों की मौत हुई. दूसरे नंबर पर कर्नाटका में 909 लोगों की मौत हुई. पंजाब में 725, हरियाणा में 476, गुजरात में 50 और बिहार में 21 लोगों की मौत हुई. भाजपा एमपी और कर्नाटका सरकार के इस्तीफे की मांग करेगी क्या.

''जब चार महीने पहले भाजपा मंत्री के रिश्तेदार के घर से शराब मिली थी या फिर जब गोपालगंज में घटना हुई थी, तब भाजपा कहां थी?. पिछले 4 सालों में बिहार से ज्यादा गुजरात में मौत हुई है. पिछले चार सालों में गुजरात में 50 लोगों की जहरीली शराब से जान गयी है तो क्या देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इसकी जिम्मेदारी लेंगे, क्या वो इस्तीफा देंगे?'' - तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

'बिहार में शराबबंदी है, तो कुछ न कुछ नकली बिकेगा, इसे पीकर लोगों की मौत हो गई. नीतीश कुमार ने कहा कि शराब बुरी आदत है, इसे नहीं पीना चाहिए. अधिकारियों को साफ तौर पर कहा है कि गरीबों को न पकड़ें, जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें. बिहार में शराबबंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है कई लोगों ने शराब छोड़ दी है. गड़बड़ी करने वाले तो हर जगह होंगे. कानून तो बना ही है, फिर भी गड़बड़ करने वाले लोग करते ही हैं.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

सारण संदिग्ध जहरीली शराब से मरने वाले मृतकों की सूची:
1अजय गिरि, पिता सूरज गिरि, बहरौली मशरक

2 चंदेश्वर साह, पिता भिखार साह, बहरौली मशरक

3 जगलाल साह, पता भरत साह, बहरौली मशरक

4 अनिल ठाकुर, पिता परमा ठाकुर, बहरौली मशरक

5 सीताराम राय, पिता सिपाही राय, बहरौली मशरक

6 एकराकुल हक, पिता मकसूद अंसारी, बहरौली मशरक

7 दूधनाथ तिवारी, पिता- महावीर तिवारी, बहरौली मशरक

8 शैलेन्द्र राय, पिता दीनानाथ राय, बहरौली मशरक

9 हरेंद्र राम, पिता गणेश राम, मशरक तख्त

10 भरत साह, पिता गोपाल साह, शास्त्री टोला, मशरक

11 मोहम्मद नसीर, पिता शमशुद्दीन मियां, तख्त मशरक

12 रामजी साह, पिता गोपाल साह, शास्त्री टोला, मशरक

13 भरत राम, पिता मोहर राम, मशरक तख्त

14 कुणाल सिंह, पिता जद्दु सिंह, यदु मोड़, मशरक

15 मनोज कुमार, पिता लालबहादुर राम, दुरगौली, मशरक

16 गोविंदा राय, पिता घिनावन राय, पचखण्डा, मशरक

17 रमेश राम, पिता कन्हैया राम, बेन छपरा, मशरक

18 ललन राम, पिता करीमन राम, शियरभुक्का, मशरक

19 जयदेव सिंह, पिता बिन्दा सिंह, बेन छपरा मशरक

20 सूरज साह पिता मथुरा साह बहरौली, मशरक

21 रूपेश साह पिता मिश्री साह बहरौली, मशरक

22 जे पी सिंह गोपालबारी, मशरक

23 विश्वकर्मा पटेल गोपालबारी, मशरक

24 संजय कुमार सिंह, पिता वकील सिंह, डोयला, इसुआपुर

25 अमित रंजन उर्फ रूनू पिता द्विजेन्द्र सिन्हा, डोयला इसुआपुर

26 बिचेन्द्र राय, पिता नरसिंह राय, डोयला, इसुआपुर

27 प्रेमचंद पिता मुन्नीलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर

28 दिनेश ठाकुर, पिता अशर्फी ठाकुर महुली इसुआपुर

29 उपेन्द्र राम, पिता- अक्षलाल राम, अमनौर

30- उमेश राय, पिता- शिवपूजन राय, अमनौर

31- सलाउद्दीन मियां, पिता वकील मियां, अमनौर

32- विक्की महतो, पिता- सुरेश महतो, मढौरा

33- बिक्रम राज, खरौनी मढौरा

34-छोटे साह, खरौनी, मढौरा

35- रमेश महतो- लालापुर, मढौरा

36-रंगीला महतो, लालापुर, मढौरा

37- सुरेंद्र सिंह- हुस्सेपुर, अमनौर

38- दशरथ महतो- महुली. इसुआपुर

39- विक्की महतो- चहपुरा, इसुआपुर

40- श्रीभगवान सिंह-डीह छपिय, तरैया

41- तारक नाथ शर्मा-टोले छपिया, तरैया

42- नथुनी राम- बिन टोलिया छपिया, तरैया

43- वीरेंद्र राम-बिन टोलिया छपिया तरैया

44- जयलाल राय - हुस्सेपुर

45- मुकेश राम- मनी सिरिसिया

46- योगेंद्र कुंवर-मशरक

47- दूधनाथ सिंह कुशवाहा-मशरक

48- मनोज सिंह कुशवाहा-मशरक

49- मुन्ना आलम-मशरक

50- सिपाही राय-मशरक

51- मुकेश कुमार-मशरक

52- विनोद शर्मा-अमनौर

53- मिथलेश राय- इसुआपुर

54- राकेश सिंह- इसुआपुर

55- हरिकिशोर राय- इसुआपुर

56- बलि सिंह- इसुआपुर

57- अभय कुमार गिरी-इसुआपुर

58-मंजू देवी- इसुआपुर

59- पिंटू राय-दरियापुर

60- मुकेश शर्मा -मशरक

61- चन्द्रमा राम- मशरक

62- दिनेश ठाकुर-मशरक

63- सरेन साह मशरक

64- जतन साह-मशरक

65- हरेराम सिंह-मशरक

66- मोहन प्रसाद यादव-मशरक

67- कन्हैया सिंह-मशरक

68- बृजेश कुमार राय-मशरक

69- चमचम साह-मशरक

70- कमलेश साह-मशरक

71-प्रेम तिवारी -मशरक

गांवों में पसरा मातमी सन्नाटाःआपको बता दें कि छपरा में 71 लोगों की मौत की वजह से वहां मातम पसरा हुआ है. वहीं अभी भी कई लोगों की हालत खराब है. दर्जनों लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. गांव वाले कहते हैं कि यहां शराबबंदी का कोई असर नहीं दिखता. आए दिन लोगों को शराब में नशे में देखा जाता है. शराबबंदी के बावजूद लोग चोरी छिपे शराब पी ही रहे हैं.


ABOUT THE AUTHOR

...view details