पटना/ नई दिल्ली:बीजेपी से राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने ईटीवी भारत से दावा किया है कि आरजेडी में जल्द बड़ी टूट होने वाली है. उन्होंने कहा कि करीब एक दर्जन विधायक उनके संपर्क में हैं. आरजेडी के विधायकों ने उनसे बात की है कि वो सभी बीजेपी में शामिल होकर एनडीए में आना चाहते हैं.
'आरजेडी के दर्जन भर विधायक तेजस्वी यादव के काम करने के तरीके से खुश नहीं हैं और पार्टी में असहज महसूस कर रहे हैं. सभी का मानना है कि बिहार में सरकार मजबूती से चले इसलिए सभी एनडीए में आना चाहते हैं'-राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद, बीजेपी
बिहार में एनडीए सरकार में बीजेपी के 74, जदयू के 43, हम के 4 और वीआईपी के पास 4 विधायक हैं. कुल मिलाकर 125 विधायक एनडीए सरकार में हैं. बहुमत के लिये 122 विधायकों की जरुरत होती है.
सभी दलों के अलग-अलग दावे
बिहार में इन दिनों लगातार टूट के दावे विभिन्न राजनीतिक दलों के द्वारा किए जा रहे हैं. आरजेडी के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने दावा किया था कि जदयू के 17 विधायक आरजेडी में शामिल होना चाहते हैं. दलबदल कानून को देखते हुए और विधायकों की संख्या 28 तक बताई जा रही है.
बीजेपी और जदयू में तकरार
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में जदयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद से ही बीजेपी और जदयू में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही जदयू के तरफ से आरसीपी सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि हम लोग दोस्तों के खिलाफ साजिश नहीं रचते और ना ही धोखा देते हैं.
बिहार की सियासत गर्म
वहीं, बीजेपी शासित राज्यों में लव जिहाद के खिलाफ कानून बन रहा है. इसपर भी जदयू ने हमला बोला था. राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा था कि लव जिहाद को लेकर देश में घृणा का माहौल पैदा किया जा रहा है. नीतीश ने तो यहां तक कह दिया कि इस बार मैं सीएम बनना नहीं चाहता था. बीजेपी के आग्रह करने पर मुख्यमंत्री बना हूं. सीएम कोई भी बने, मुझे फर्क नहीं पड़ता.
सिन्हा के दावे से सियासी भूचाल
जदयू और बीजेपी के बीच बढ़ रहे तकरार पर आरजेडी की ओर से कहा जा रहा है कि बिहार में एनडीए सरकार जल्द गिर जायेगी. बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर और आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी ने तो नीतीश को ऑफर दिया था कि तेजस्वी को सीएम बना दीजिये जिसके बदले में विपक्षी दल आपको 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पीएम कैंडिडेट बनाएगा.