नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा विधानसभा पोर्टिको में बीजेपी का धरना पटना: बीजेपी के सदस्य सदन से बाहर निकल कर विधानसभा पोर्टिको में धरने पर बैठ गए हैं. बीजेपी आसन पर पक्षपात करने का आरोप लगा रही है. दरअसल विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने विजय सिन्हा से कहा कि पहले अपने सदस्यों को अपने स्थान पर बैठने के लिये कहिए, तभी आपको सदन में बोलने दिया जाएगा. तेजस्वी यादव भी नेता प्रतिपक्ष थे तो आप इसी तरह की बात कहते थे. इसके बाद ही बीजेपी ने सदन से वाॉकआउट कर दिया. विधानसभा में बीजेपी के सदस्यों ने कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और सदन से बाहर निकल गए. विजय सिन्हा ने आसन को पक्षपात नहीं करने का आग्रह किया है. ( BJP MLAS Sits On Dharna) (Bihar Legislative Assembly Speaker Awadh Bihari Chowdhary) (leader of opposition vijay sinha)
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'आसन का आचरण विपक्ष के लिए उचित नहीं': नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सदन के अंदर जहरीली शराब का मुद्दा उठाने नहीं दिया गया. लोकतंत्र की हत्या हुई है. आसन का आचरण विपक्ष के प्रति कतई उचित नहीं है. मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री के इशारे पर आसन और सदन चला रहे हैं. नियमावली के विपरीत व्यवस्था बनती जा रही है.
"हमारे विधायक एक घंटे से खड़े थे लेकिन आसन ने नेता प्रतिपक्ष को एक बार बोलने का मौका तक नहीं दिया. जहरीली शराब से मौत मामले पर सीएम को वक्तव्य देना चाहिए, प्रश्नकाल को स्थगित करके बहस करानी चाहिए. इतने बड़े मुद्दे पर हमारी आवाज दबाना कहीं से भी उचित नहीं है."-विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
सदन में बीजेपी का हंगामा:वहीं आज जहरीली शराब से मौत मामले में बीजेपी का सदन के बाहर और सदन के अंदर जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. बीजेपी सदस्यों ने विधानसभा पोर्टिको में नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर भी जमकर नारेबाजी की. बीजेपी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री का घेराव भी किया था. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हंसते हुए बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर से बातचीत करते हुए सदन के अंदर चले गए.
सीएम नीतीश और विजय सिन्हा के बीच इशारों में बात: सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही बीजेपी ने अपने तेवर दिखा दिए थे. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी सदस्य वेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सदन में मौजूद थे और उनके सामने ही बीजेपी के सदस्य नारेबाजी करते रहे और धरने पर बैठ गए. विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपात करने का आरोप भी लगाया. मुख्यमंत्री और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा के बीच इशारों में बातचीत भी हुई. हंगामे के बीच ही सदन की कार्यवाही जारी रही.