पटना: बिहार सरकार के पूर्व वन एवं पर्यावरण मंत्री व छातापुर के भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू(BJP MLA Neeraj Kumar Bablu) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बीजेपी नेता पर अपनी संपत्ति का ब्यौरा छुपाने का आरोप (Neeraj Kumar Bablu Accused Of Hiding Assets ) लग रहा है. दरअसल साल 2020 के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में नीरज बबलू ने अपनी संपत्ति से संबंधित जानकारी छुपाई है. आयकर विभाग (Neeraj Bablu Income Tax Controversy) के स्तर से की गई जांच में यह हकीकत सामने आई है.
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BJP MLA नीरज बबलू पर आय छुपाने का आरोप: जांच में पाया गया है कि नीरज कुमार बबलू ने जो आयकर रिटर्न दाखिल किया था उसमें संपत्ति को छुपाया गया है. इनके द्वारा आयकर रिटर्न संबंधित जानकारी की जांच में पाया गया है कि उन्होंने वित्तीय वर्ष 2020 से 21 के अलावा पिछले वित्तीय वर्ष में भी अपनी आय को कम दर्शाया है.
टैक्स चोरी का आरोप: बिहार में महागठबंधन की सरकार आने के बाद सियासी सरगर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. एक के बाद एक बीजेपी विधायक जांच के घेरे में फंस रहे हैं. इस बार बीजेपी विधायक नीरज कुमार सिंह उर्फ नीरज बबलू को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. नीरज बबलू पर टैक्स चोरी करने का आरोप लगाया गया है. इसकी पोल तब खुली जब आयकर विभाग ने मामले की अपने लेवल पर जांच शुरू की.
करोड़ों की संपत्ति की नहीं दी जानकारी: नीरज बबलू पर आरोप है कि उन्होंने 2019-2020 में जो अपना आयकर रिटर्न दाखिल किया है, जिसमें उन्होंने संपत्ति के साथ ही घोषित आय को छिपाने का काम किया है. इनके चुनावी हलफनामा में दायर आयकर रिटर्न से जुड़ी जानकारी की जांच की गई तो पता चला कि इन्होंने वित्तीय 2020-21 के अलावा पिछले कुछ वित्तीय वर्षों में भी अपनी आय को कम बताया है.
बढ़ सकती है मुश्किल:वित्तीय वर्ष 2017-18 में 55 लाख 84 हजार रुपये, 2015 -16 में 9 लाख 64 हजार रुपये, 2011-12 में करीब 25 लाख रुपये की बेहिसाब अनएकाउंटेड संपत्ति मिली है. जब आयकर विभाग ने नीरज बबलू से पूछताछ की तो वे इसका जवाब नहीं दे पाए. अब उनके खिलाफ प्राप्त कुल बेहिसाब संपत्ति का 100 से 300 फीसदी तक जुर्माना लगाया जा सकता है या वे सजा के भी भागीदार हो सकते हैं. आयकर विभाग फिलहाल जांच में जुटी हुई है और जल्द ही अंतिम आदेश जारी किया जा सकता है. नीरज कुमार सिंह ने अपने हलफनामा में अपना और पत्नी का पेशा सोशल सर्विस और फॉर्मिंग कृषि बताया है.