पटना:अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर लोकसभा चुनाव 2024से विपक्षी एकजुटता की कोशिश की है. इन सब के बीच सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को समन भेजकर 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है. विपक्ष इसे बदले की कार्रवाई बता रही है. जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी विपक्षी एकजुटता की सकारात्मक कवायद से इतनी घबरा गई कि बदले की भावना में दिल्ली के सीएम को सीबीआई ने नोटिस थमा दिया.
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ललन सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर केंद्र की मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई है. उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पिछले कई महीनों से विपक्षी एकता को लेकर मुहिम चला रहे हैं. नीतीश कुमार भी तमाम दलों को एकजुट करने के लिए तीन बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं. जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगा है लेकिन विपक्षी एकजुटता से भाजपाई सरकार इतनी तिलमिला गई कि बदले की भावना में अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने नोटिस भेज दिया.
अरविंद केजरीवाल को सीबीआई का समन: आपको बताएं कि कथित शराब घोटाले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने रविवार यानी 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है. जांच एजेंसी का कहना है कि सबूत के आधार पर ही समन भेजा गया है. उधर, आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये सब गलत चीज है. कितनी इज्जत है उनकी. विपक्ष एकजुट है और आने वाले समय में और भी दल साथ आएंगे.