पटना: देश में नई शिक्षा नीति का ऐलान किया जा चुका है. इसको लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कुलपतियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए संबोधित किया. नई शिक्षा नीति को लेकर बिहार बीजेपी नेताओं ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि 34 साल बाद देश में एक बार फिर से समय की मांग के अनुसार केंद्र सरकार ने शिक्षा नीति में बदलाव किया है. यह आने वाले भारत के भविष्य की नई रूपरेखा तय करेगी.
नई शिक्षा नीति से तकनीकी आधारित शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा, रोजगार के अवसर होंगे पैदा- BJP - नई शिक्षा नीति-2020
पीएम मोदी के संबोधन पर भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कुलपतियों को संबोधित कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. नई शिक्षा नीति से 21वीं सदी के भारत का निर्माण होगा. यह 21वीं सदी के लिए विकास की नींव रखने का काम भी करेगी.
'नई शिक्षा नीति से टेक्नोलॉजी को मिलेगा बढ़ावा'
पीएम मोदी के संबोधन पर भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कुलपतियों को संबोधित कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. नई शिक्षा नीति से 21वीं सदी के भारत का निर्माण होगा. यह 21वीं सदी के लिए विकास की नींव रखने का काम भी करेगी. तकनीक आधारित शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे. लोगों को अपनी मातृभाषा पढ़ने और समझने में भी सहूलियत होगी. आगामी भविष्य में इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे.
नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे चुकी है केंद्रीय कैबिनेट
बता दें कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बीते सप्ताह ही देश में नई शिक्षा नीति-2020 लागू करने की घोषणा की थी. इसके साथ ही देश में 1986 में बनी चल रही 34 साल पुरानी शिक्षा नीति को बदल दिया गया. भारत सरकार के नई नीति का लक्ष्य भारत के स्कूलों और उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधार करना है. जिससे भारत दुनिया में ज्ञान का सुपरपॉवर कहलाए. बताते चले की इससे पहले शिक्षा नीति को साल 1986 में तैयार किया गया था और इसमें साल 1992 में संसोधन भी किया जा चुका है.