पटना: बिहार सरकार (Bihar Government) महिला सशक्तिकरण(Women Empowerment) के दावे करती है, लेकिन महिला उत्पीड़न के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं. पुलिस पदाधिकारियों द्वारा महिलाओं के साथ शोषण का मामले भी लगातार प्रकाश में आ रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में भी एक महिला ने पुलिस ऑफिसर पर गंभीर आरोप लगाए.
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बिहार में महिला उत्पीड़न के मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं. पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में महिला के बयान से लोग स्तब्ध रह गए. महिला ने एक डीएसपी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और बीजेपी को भी कटघरे में खड़ा किया. महिला के बयान पर राजनीतिक दल भी अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं. भाजपा ने महिला के आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया.
बीजेपी नेता नवल किशोर यादव दरअसल, मुख्यमंत्री के जनता दरबार में एक पीड़ित युवती ने बिहार पुलिस के डीएसपी स्तर के अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए थे. युवती ने यह भी कहा था कि बीजेपी ने उनके बातों को गंभीरता से नहीं लिया.
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बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि ''महिला ने डीएसपी और डीजीपी पर मुख्यमंत्री के समक्ष जो आरोप लगाए हैं, उसने सत्यता प्रतीत नहीं होती है. महिला के पास कोई प्रमाण नहीं है और सिर्फ बयान के आधार पर किसी को कटघरे में खड़ा नहीं किया जा सकता है. पूरे तौर पर यह जांच का विषय है.''
बता दें कि सोमवार को कई लोग अपनी फरियाद लेकर जनता दरबार (Janta Darbar) में पहुंचे थे. इसी क्रम में एक युवती भी अपनी शिकायत लेकर पहुंची थी. लड़की ने मुख्यमंत्री से कहा कि सर, मैंने एसटीएफ के डीएसपी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. पिछले पांच महीने से अपनी शिकायत लेकर मैं इधर से उधर जा रही हूं. सभी जगहों पर शिकायत तो ली जाती है लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है.