पटना: केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड (Rajiv Gandhi Khel Ratna) का नाम बदलकर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (Major Dhyan Chand Khel Ratna Award) कर दिया है. इस फैसले का कोई स्वागत कर रहा है तो कोई अपनी नाराजगी जाहिर कर रहा है. वहीं जेडीयू ने इस फैसले को ऐतिहासिक फैसला बताया है.
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इस फैसले के पीछे की वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि पूरे भारत के नागरिकों से खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं. उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा.
वहीं इस फैसले पर बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने कांग्रेस की गलती का सुधार किया है. कांग्रेस के नेता भले ही ओछी राजनीति बताएं लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने ध्यानचंद जैसे बड़े खिलाड़ी के नाम पर इसे करके कांग्रेस की गलती को सुधारने का काम किया है.
मेजर ध्यानचंद ने खेल के माध्यम से देश का नाम पूरी दुनिया में बढ़ाया था. कांग्रेस को खेल से जुड़े हुए किसी शख्स के नाम पर इस अवार्ड का नाम रखना चाहिए था लेकिन राजीव गांधी के नाम पर इस अवार्ड का नाम रखकर गलती की गई थी, जिसे सुधारा गया है. केंद्र सरकार इसके लिए बधाई की पात्र है.-विनोद शर्मा, बीजेपी प्रवक्ता
इधर जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि केंद्र सरकार का बड़ा फैसला तो है ही है यह साहसिक फैसला भी है. अरविंद निषाद ने कहा कि मेजर ध्यानचंद खेल जगत में बड़े नाम के रूप में जाने जाते हैं और उनके नाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल अवार्ड करके खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए उत्साहवर्धन वाला काम किया है.
बता दें कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार अब मेजर ध्यान चंद के नाम पर दिया जाएगा. पीएम मोदी ने इस संबंध में ट्वीट किया है. पीएम मोदी ने ओलंपिक (PM Modi Olympics) में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन का जिक्र किया और ट्वीट कर लिखा, 'पुरुष और महिला हॉकी टीम के असाधारण प्रदर्शन ने हमारे पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है.
क्या है पुरस्कार: राजीव गांधी खेल रत्न (Rajiv Gandhi Khel Ratna) पुरस्कार दिए जाने की शुरुआत साल 1991 में हुई थी. पुरस्कार किसी खिलाड़ी के पूरे साल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर गत लगभग तीन दशकों से दिया जा रहा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार अब मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जाएगा. अभी तक खेल रत्न अवॉर्ड के विजेता को सम्मान में एक पदक, एक प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार मिलता आ रहा है.
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