पटना: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में राम लला का प्राण प्रतिष्ठा होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को निमंत्रण दिया जा रहा है. इस पर बिहार में सियासत शुरू है. जदयू मंत्री श्रवण कुमार का कहना है बीजेपी राम लला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को हाईजैक करना चाहती है.
"पूजा करने के लिए किसी से इजाजत लेनी पड़ेगी क्या. मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा में जाने के लिए किसी के न्योता की जरूरत है क्या. आखिर निमंत्रण देने वाले वो (भाजपा) होते कौन हैं. मुख्यमंत्री को निमंत्रण मिला है कि नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है, यह तो वही बता सकते हैं."- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
राजद नेताओं के बयान से किनाराः राजद विधायक फतेह बहादुर की ओर से मंदिरों को गुलामी का प्रतीक बताने और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का सपोर्ट किये जाने पर जदयू मंत्री ने कह कि बोलने दीजिए. हम लोग तो सभी धर्म का सम्मान करते हैं. जदयू मंत्री ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान के माध्यम से रास्ता दिखाया है उसके हिसाब से सभी का सम्मान करना चाहिए. उसी के माध्यम से सबको न्याय भी मिल सकता है.
निमंत्रण मिला की नहीं, सवाल को टाल गयेः राम मंदिर उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के नेता जाएंगे कि नहीं इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि पूजा पाठ निजी मामला होता है. जिसको जाना होगा वो जाएंगे. निमंत्रण मिला है कि नहीं इस पर श्रवण कुमार गोल-मोल जवाब देते नजर आए.