पटनाः बिहार विधानसभा में वर्तमान में बजट सत्र चल रहा है. जहां, अलग-अलग विभागों पर चर्चा चल रही है. आज बिहार विधानसभा में संस्कृत भाषा के उपेक्षा का मामला सदन में उठा. बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि हिंदी और उर्दू विषय को लेकर सरकार गंभीर है लेकिन संस्कृत विषय की लगातार उपेक्षा हो रही है. बीजेपी नेता ने देव भाषा को मजबूत करने के लिए आवाज उठाई.
संस्कृत की उपेक्षा पर बीजेपी ने उठाया सवाल, कहा- बिहार में खुले अंतर्राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय
मिथिलेश तिवारी का कहना है कि वेद-पुराण की पढ़ाई करने के लिए बिहार में एक अंतर्राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की जरुरत है. बीजेपी ने सरकार से संस्कृत को प्राथमिकता में शामिल करने की मांग उठाई है.
शिक्षा विभाग पर बजट के दौरान बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने संस्कृत विषय के उपेक्षा का सवाल उठाया. मिथिलेश तिवारी ने कहा कि संस्कृत देव भाषा है और यह हमारे सभ्यता और संस्कृति को मजबूत करता है. लिहाजा सरकार को इसे सशक्त बनाने के लिए कदम उठानी चाहिए.
बिहार में भी खुले अंतर्राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय
बीजेपी विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने संस्कृत विषय के उपेक्षा को लेकर सवाल उठाए. मिथिलेश तिवारी ने कहा कि संस्कृत का इतिहास बहुत पुराना है. संस्कृत से हम अपनी सभ्यता संस्कृति और वेद को समझ सकते हैं. इसलिए जरुरी है कि बिहार में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संस्कृत विश्वविद्यालय खोला जाए.