पटना: 13 जुलाई को राजधानी पटना में हुए लाठीचार्ज की घटना को भारतीय जनता पार्टी ने गंभीरता से लिया है. लाठीचार्ज में बीजेपी कार्यकर्ता विजय सिंह की मौतभी हो गई थी. केंद्रीय नेतृत्व की ओर से 4 सदस्य जांच समिति का गठन किया गया था और अब जांच समिति ने रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है. जांच कमिटी के संयोजक और झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने बाकी सदस्यों के साथ बुधवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर अपनी पूरी रिपोर्ट सौंप दी.
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जांच रिपोर्ट में पुलिस-प्रशासन पर गंभीर सवाल:इस रिपोर्ट में 771 घायलों की सूची भी संलग्न की गई है. टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि लाठीचार्ज के अलावे कई लोग भगदड़ में गिरकर जख्मी हुए हैं. ऐसी ही एक भगदड़ में जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गई. जिला प्रशासन और पुलिस के रवैये पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं.
4 सदस्यीय टीम ने की जांच: जांच समिति का गठन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की अगुवाई में किया गया था. उनके अलावे सांसद मनोज तिवारी, सांसद सुनीता दुग्गल और सांसद बीडी राम इस केंद्रीय जांच टीम के सदस्य हैं. जांच समिति ने घटनास्थल का दौरा किया और सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत अन्य घायलों से मुलाकात भी की. समिति के सदस्यों ने एक-एक कर कार्यकर्ताओं से बातचीत की और प्रमाण इकट्ठा किया.
रिपोर्ट के आधार पर सरकार को घेरेगी बीजेपी: प्रमाण इकट्ठा करने के बाद जांच समिति ने रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को आज रिपोर्ट सौंप दी गई है. पार्टी अब यह तय करेगी कि रिपोर्ट को किस स्तर पर ले जाना है और कैसे महागठबंधन सरकार को बेनकाब करना है.
विधानसभा मार्च के दौरान हुआ था लाठीचार्ज:आपको बता दें कि 13 जुलाई को बिहार सरकार की नाकामियों और शिक्षकों के मसले पर बीजेपी ने विधानसभा मार्च किया था. बिहार प्रदेश के तमाम बड़े नेता सड़कों पर उतरे थे. इसी दौरान डाक बंगला चौराहे के पास पुलिस ने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाई थी.