पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राजद की बैठकों से लगातार नदारद दिख रहे हैं. इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. तेजस्वी यादव के नहीं पहुंचने पर पार्टी ने सफाई दी है. वहीं, बीजेपी इसको लेकर राजद पर निशाना साध रही है.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि देश में तेजस्वी यादव का कद बढ़ गया है. उनकी एक राष्ट्रीय छवि बन गई है. दिल्ली की राजनीति में उनकी अहमियत है. गैर एनडीए दलों में उनकी जरूरत बढ़ी है. इसी व्यस्तता के वजह वो कभी-कभी बैठकों में शामिल नहीं हो पा रहे हैं.
रामचंद्र पूर्वे और अजीत कुमार चौधरी. हार चुके हैं तेजस्वी- बीजेपी
वहीं, बीजेपी नेता अजीत कुमार चौधरी ने कहा कि राजद के परिवार के लोगों को कोई भी नेता मनाने को तैयार नहीं हैं. वो हार चुके हैं. उनमें नेतृत्व की क्षमता नहीं है. उनके नेतृत्व पर किसी का विश्वास नहीं रह गया है. इसलिए राजद के लोगों को लालू परिवार को छोड़कर किसी और को नेता चुन लेना चाहिए.
आरजेडी की बैठक स्थगित
बता दें कि सदस्यता अभियान की समीक्षा के लिए शुक्रवार को राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर सभी विधायकों और जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई थी. इसमें पार्टी के तमाम बड़े नेता भी मौजूद थे. इस बैठक में तेजस्वी यादव को शामिल होना था लेकिन वो नहीं आए. जिसके बाद यह घोषणा की गई थी कि शनिवार को दोबारा बैठक होगी. लेकिन इस बैठक में भी तेजस्वी यादव के नहीं आने से बैठक को ही स्थगित कर दिया गया.