पटना:जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने मंजीत सिंह (Manjit Singh) को पार्टी में शामिल कर लिया है. साथ ही उन्हें पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष का पद भी दिया गया है. मंजीत सिंह की जेडीयू में एंट्री से एनडीए (NDA) में सियासी घमासान छिड़ गया है.
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बीजेपी उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने जदयू की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि जदयू ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया है. चुनाव के दौरान भी मंजीत सिंह को ना तो पार्टी से निकाला और ना ही मंजीत सिंह ने इस्तीफा दिया था. नीतीश कुमार ने भी चुनाव प्रचार में भी वहां जाकर स्थिति स्पष्ट करना मुनासिब नहीं समझा.
''पिता अपने पुत्र को इनाम तब देता है, जब वह बेहतर काम करके आता है. मंजीत सिंह ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रत्याशी को हराया और उन्हें पुरस्कार दिया गया. जदयू का यह कदम गठबंधन धर्म के खिलाफ है.''-मिथिलेश तिवारी, बीजेपी उपाध्यक्ष
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बता दें कि मंजीत सिंह बैकुंठपुर से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़े थे. उनकी वजह से बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी चुनाव हारे थे. बैकुंठपुर सीट से बीजेपी नेता मिथिलेश तिवारी विधायक रह चुके हैं. वहीं, मंजीत सिंह भी यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट बीजेपी के खाते में चली गई और मंजीत सिंह का टिकट कट गया. जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय नामांकन का पर्चा भरा और वहां से एनडीए प्रत्याशी चुनाव हार गए.