पटनाः प्रवासी मजदूरों को लेकर तेजस्वी यादव लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन आपदा के समय तेजस्वी यादव के लंबे समय तक बाहर रहने को लेकर सत्तापक्ष भी उन पर हमलावर है. बीजेपी नेता और मंत्री नंदकिशोर यादव ने तेजस्वी को ट्विटर ब्वॉय बताते हुए कहा कि उनके बयानों का कोई मतलब नहीं है. वहीं, जदयू मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव को आने के बाद क्वॉरेंटाइन होना चाहिए था.
प्रवासी मजदूरों को लेकर सियासत तेज
बिहार में बड़ी संख्या में लौट रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर सियासत खूब हो रही है. पहले प्रवासी मजदूरों को लाने के सवाल पर विपक्ष की ओर से हमला बोला गया. अब तेजस्वी यादव लंबे अंतराल के बाद पटना लौट आए हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अभी भी हमला कर रहे हैं. वो बाहर से आए मजदूरों के खाने और रहने की सही व्यवस्था नहीं होने पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
बयान देते बीजेपी और जेडीयू के नेता 'तेजस्वी पर कुछ बोलना बेकार है'
वहीं, तेजस्वी के आरोप पर सत्ताधारी दल का भी हमला तेज है. मंत्री नंदकिशोर यादव का कहना है तेजस्वी यादव टि्वटर ब्वॉय हैं. उनके बयानों को हम लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसलिए उन पर कुछ बोलना बेकार है. वहीं, जदयू कोटे के मंत्री जय कुमार सिंह का कहना है कि तेजस्वी ने आने में बहुत लेट कर दिया है. विपक्षी नेता की भूमिका सही ढंग से नहीं निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब वो लौट आए हैं तो उन्हें क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रहना चाहिए था, जिससे उनके समर्थकों के बीच भी एक मैसेज जाता.
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चुनावी साल में प्रवासी सियासत
बता दें कि हजारों प्रवासी रोजाना पूरे देश से बिहार लौट रहे हैं, अब तक ढाई लाख लोगों के लिए ब्लॉक में क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की गई है. जितने ट्रेनों की शेड्यूलिंग हो चुकी है उसके हिसाब से 5 लाख से अधिक प्रवासी का पहुंचना तय है. बिहार में चुनावी साल है, इसलिए विपक्ष भी प्रवासियों के सहारे अपनी चुनावी रणनीति बनाने में लगा है. यही वजह है कि विपक्ष सरकार पर हमला कर रहा है. लेकिन सत्तापक्ष की तरफ से भी उसका करारा जवाब दिया जा रहा है.