पटना: केंद्र सरकार ने बिहार को 750 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देने का निर्णय लिया हैं. इनमें से 430 मिल गए हैं. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का काम दो बेड पर एक साथ ऑक्सीजन की आपूर्ति करना है. 750 कंसंट्रेटर मिलने से एक साथ 1500 बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी.
750 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देने की तैयारी
कोरोना के बढ़ते मामले के बीच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ ही केंद्र सरकार ने बिहार को करीब 100 वेंटिलेटर और देने की तैयारी में है. इसके पहले भी बिहार को दो किश्तों में 364 वेंटिलेटर दिए जा चुके हैं. राज्य सरकार ने अपने संसाधन से 30 वेंटिलेटर की खरीद की है. केंद्र से वेंटिलेटर के साथ ही और 20 हजार रैपिड एंटीजेन किट भी दिए जाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार आई केंद्रीय टीम से अतिरिक्त संसाधनों की मांग की थी. अब केंद्र ने राज्य की मांग पर मुहर लगा दी है.
रैपिड एंटीजेन किट से जांच शुरू
सभी 534 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की जांच चार-पांच दिन पहले ही शुरू की गई है. अब यहां रैपिड एंटीजेन किट से जांच हो रही है. बिहार सरकार को अब तक तीन खेप में 2.80 लाख किट मिले हैं. इनमें से 2.11 लाख किट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को दिए गए हैं. मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कोविड वार्ड के शेष बचे बेडों पर ऑक्सीजन गैस पाईप लाइन इंस्टॉल किया जा रहा है, जिससे कोरोना मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके.
शव वाहन की अतिरिक्त व्यवस्था
एनएमसीएच और पीएमसीएच के कोविड वार्ड के अंदर और अधिक बेडों पर ऑक्सीजन गैस पाइप लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. अभी जिन बेड पर ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन है उसके अलावा अन्य बेडों पर सुविधा का विस्तार किया जा रहा है. इसके अलावा पूर्व से एनएमसीएच में संचालित तीन शव वाहन के अलावा तीन अतिरिक्त और शव वाहन तथा पीएमसीएच को दो अतिरिक्त शव वाहन दिए गए हैं.