पटनाःदशहरा जैसे त्योहारों में भी बिहार के शिक्षकों को सरकार ने तनख्वाह नहीं दिया. जबकि बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने 6 अक्टूबर को ही सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी थी कि शिक्षकों का वेतन जारी कर दिया गया है. शिक्षा मंत्री को जानकारी दिए 9 दिन बीत गए हैं, लेकिन लाखों शिक्षक अपनी ही तनख्वाह के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.
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प्राथमिक शिक्षक संघ के मुताबिक सिर्फ सितंबर ही नहीं, बल्कि बिहार राज्य पंचायती राज द्वारा नियुक्त लाखों शिक्षकों के अगस्त महीने का वेतन भी बकाया है. बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि सिस्टम ऑनलाइन होते के बाद भी शिक्षा मंत्री के दावे सही साबित नहीं हो सके. आलम ये हुआ कि बिना वेतन के ही शिक्षकों को दशहरा मनाना पड़ा.
मनोज कुमार ने यह भी कहा कि सरकार अपनी कैबिनेट से पास हुए आदेश और अपने संकल्पों को भी पूरा नहीं कर रही है. दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 1 अप्रैल से शिक्षकों का वेतन 15 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया गया था, लेकिन इस दिशा में स्थिति जत की तस बनी हुई है.
आपको बता दें कि शिक्षा मंत्री ने बीते दिनों जानकारी दी थी कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को वेतन मिलेगा. सरकार ने शिक्षकों के वेतन के लिए करीब 784 करोड़ रुपये जारी किए हैं. जिससे 2,60,000 शिक्षकों को वेतन मिल सकेगा. लेकिन दशहरा बीत जाने के बाद भी शिक्षकों को सैलरी नहीं मिल पाने के बाद उनकी आलोचना भी हो रही है.
इधर, राष्ट्रीय जनता दल ने सरकार से पूछा है कि उन्हें शिक्षकों से आखिर क्या दुश्मनी है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि एक तरफ सरकार सैलरी देने का भी प्रचार-प्रसार करती है, दूसरी तरफ आदेश जारी करने के बावजूद शिक्षकों को दशहरा जैसे त्यौहार में भी वेतन नहीं दिया जाता है, यह काफी गंभीर बात है. सरकार को यह बताना चाहिए कि क्या शिक्षकों की दिवाली और छठ भी बिना सैलरी के ही बीतेगा? आरजेडी ने यह भी कहा कि उपचुनाव को लेकर शिक्षा मंत्री इस तरह का ट्वीट कर रहे हैं.
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बता दें कि शिक्षा मंत्री की किरकिरी यह पहली बार नहीं हुई है. इससे पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक जानकारी दी थी जिसमें कहा गया था पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग की अनुमति के साथ शिक्षकों के छठे चरण की नियुक्ति पूरी कर ली जाएगी. इसके बाद जब यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई तो उन्हें ट्रोल का सामना करना पड़ा था.