पटना: बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद पटना के भवन में बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य मौजूद रहे. धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश जैन ने बताया कि माननीय सभी सदस्यों की ओर से बैठक के दौरान 15 एजेंडे पर माननीय सदस्यों द्वारा चर्चा की गई है.
ये भी पढ़ें-बाढ़ के कहर से बचाव को लेकर प्रशासनिक पहल शुरू, हुई अहम बैठक
बैठक का आयोजन
धार्मिक न्यास पर्षद के द्वारा बताया गया कि हमारे यहां अधीक्षक, सह अधीक्षक और कई कर्मचारियों के पोस्ट खाली पड़े हैं. उनकी नियुक्ति को लेकर चर्चा की गई. इसके साथ और कई मामले थे, जिसमें भवन के रख-रखाव की चर्चा हुई.
इसके साथ सबसे अहम था कि बिहार के धार्मिक संस्थाओं में किस तरह से सुधार किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अभी तक कोर्ट की सुनवाई अध्यक्ष द्वारा की जाती थी, लेकिन अब आगे से जब सुनवाई होगी तो दो मेंबर मौजूद रहेंगे.
कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
वहीं, सुनवाई में मेंबरों को रखने से फायदा यह होगा कि सभी मामलों की जानकारी सदस्य को भी होगी. साथ ही अध्यक्ष को भी अनुभव का लाभ मिल सकेगा. साथ ही अध्यक्ष ने बताया कि अभी बिहार के मंदिरों के जीर्णोद्धार की जरूरत है. इसलिए सरकार से 2 करोड़ रुपये की मांग की जा रही है.
पैसे मिलने के बाद मंदिरों के रख-रखाव के साथ अन्य खर्चों में उपयोग किया जाएगा. पैसा मिलने के बाद पहले विज्ञापन के माध्यम से जिन मंदिरों की स्थिति अच्छी नहीं है, उन मंदिरों के पुजारी-महंत-न्यासधारी एप्लीकेशन दे सकते हैं कि हां हमारे मंदिर की स्थिति ठीक नहीं है. उसके बाद बोर्ड द्वारा जांच कराई जाएगी. जांच के बाद जरूरत पड़ी तो बोर्ड द्वारा उस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जाएगा.