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बिहार स्टेट ड्रग एसोसिएशन ने CM नीतीश को लिखा पत्र, प्रधान सचिव स्वास्थ्य पर लगाए आरोप

बिहार राज्य ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिख प्रधान सचिव स्वास्थ्य के ऊपर कई आरोप लगाए हैं. एसोशिएशन की मांग है कि सीएम नीतीश कार्रवाई करें.

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Published : Jun 20, 2020, 10:27 PM IST

पटना: बिहार राज्य ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से राज्य के स्वास्थ्य के ऊपर गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने और राज्य के औषधि नियंत्रक के ऊपर सहयोगात्मक रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. एसोसिएशन ने पत्र के माध्यम से नीतीश कुमार को चेतावनी दी है कि राज्य में बंद हो रहे दवा उद्योग को बचाने हेतु अगर कोई कदम नहीं उठाया गया तो सभी कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे.

बिहार ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के महासचिव शशि रंजन सिंह ने कहा है कि राज्य औषधि नियंत्रक के ऊपर और सहयोगात्मक रवैया के कारण राज्य के दवा उद्योग बंद होने के कगार पर हैं . यहां तक कि सैनिटाइजर बनाने का लाइसेंस भी माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा है कि जब संघ द्वारा औषधि नियंत्रक के क्रियाकलापों से संबंधित आवेदन मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को दिया गया, तो इसका जांच का जिम्मा आरोपी राज्य औषधि नियंत्रक को ही दे दिया गया जो कि कहीं से भी सही नहीं है.

ड्रग एसोसिएशन का पत्र

दी गई गिरफ्तारी की धमकी
शशि रंजन सिंह ने पत्र के माध्यम से कहा है कि इस संबंध में जब संघ का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधान सचिव स्वास्थ्य से मिलने पहुंचा, तो उनके द्वारा संघ के प्रतिनिधियों को गिरफ्तार करवाने की धमकी दी गई. उन्होंने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि राज्य औषधि नियंत्रक रविंद्र सिंह को तुरंत बर्खास्त किया जाए. स्वास्थ्य विभाग को अविलंब आदेश निर्गत किया जाए कि जो कंपनियां विपरीत परिस्थिति में राज्य में दवा और मात्र की आपूर्ति की है उन्हीं से खरीदारी की जाए.

उन्होंने कहा है कि अगर उनके पत्र पर विचार करते हुए कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए तो ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन अपने सभी कर्मचारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय पर अर्धनग्न प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे. आने वाले दिनों में कई दवा उद्योग भी बंद हो सकते हैं.

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