पटनाः बिहार में पोस्टर पॉलिटिक्स खूब की जा रही है. सीएम नीतीश कुमार का पोस्टर के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का पोस्टर सामने आया है. पटना राजद कार्यालय के बाहर इस पोस्टर को लगाया गया है, जिसमें लिखा है 'तेजस्वी यादव के लिए तड़पता बिहार' (Tejashwi Ke liye Tadap Raha Bihar). इस पोस्टर के कई मायने निकल कर दिख रहे हैं.
यह भी पढ़ेंःBihar Poster Politics: 'सीएम नीतीश कुमार देश के दूसरे गांधी', पटना की सड़कों पर JDU ने लगाया पोस्टर
युवा राजद नेता ने लगाया पोस्टरः बता दें कि इस पोस्टर को युवा राजद पूर्व पटना जिलाध्यक्ष सतीश कुमार चंद्रवंशी ने लगाया है. इस पोस्टर के माध्यम से तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की बात सामने आई है. राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. हालांकि अभी तक इस पर किसी भी पार्टी का कोई बयान नहीं आया है.
तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की मांगःनीतीश कुमार जब एनडीए से अलग होकर राजद के साथ सरकार में आए थे तो उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि अब तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाना है. जब से सीएम नीतीश कुमार विपक्ष को एक करने का अभियान चलाया, तब से चर्चा है कि वे प्रधानमंत्री का चेहरा होंगे और तेजस्वी यादव बिहार की गद्दी संभालेंगे, लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ नहीं दिखाई दे रहा है. ऐसे में यह पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है. यानि राजद के नेता इशारों इशारों में तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं.
तेजस्वी को सीएम देखना चाहते हैं नेताः बता दें कि नीतीश कुमार जब एनडीए के मुख्यमंत्री थे और एनडीए को छोड़कर जब महागठबंधन में शामिल हुए तो राजद के तमाम लोग तेजस्वी को युवा मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाह रहे थे. हालांकि तेजस्वी प्रसाद यादव बिहार के डिप्टी सीएम हैं. इसी बीच देश में जी-20 की बैठक में नीतीश कुमार जब प्रधानमंत्री से मिले तो नीतीश कुमार को लेकर के बयानबाजी का दौर शुरू हुआ था. पार्टी के लोग ये भी कह रहे थे कि नीतीश कुमार के जाने के बाद तेजस्वी मुख्यमंत्री होंगे.
लगातार लालू नीतीश की हो रही है मुलाकातः अंदर की बात यह भी निकल कर सामने आई थी कि नीतीश कुमार कभी भी पलटी मार सकते हैं. महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं, लेकिन नीतीश कुमार फिलहाल महागठबंधन के मुख्यमंत्री हैं. लगातार लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात कर रहे हैं. लालू प्रसाद यादव नीतीश कुमार के बीच अंदरूनी क्या बातें हो रही है क्या खिचड़ी पक रही है यह स्पष्ट नहीं है.