पटना:बिहार के बड़ी खबर आ रही है. सूत्रों की माने तो बिहार में जेडीयू की बैठक में यह फैसला किया गया है कि अब बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं बढ़ाया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान (Nitish Kumar Demands Time To Meet Governor Fagu Chauhan) से मुलाकात के लिए वक्त मांगा है. सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार को 4:00 बजे राज्यपाल से मिलने का समय मिला है. हालांकि, राज्यपाल सचिवालय ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है. इस बीच खबर है कि राज्यपाल फागू चौहान दिल्ली से पटना पहुंच गए हैं.
पढ़ें-LIVE: बिहार में नई सरकार को लेकर बढ़ी हलचल, नीतीश ने राज्यपाल से मांगा समय.. CM से मिल सकते हैं तेजस्वी
नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा: इधर बिहार में तमाम सियासी अटकलों के बीच राजभवन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. खबर है कि महागठबंधन के घटक दल की बैठक के बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में तमाम नेता मुख्यमंत्री आवास पहुंच सकते हैं. राजनीति के गलियारे से जो खबरें निकल कर सामने आ रही हैं उसके अनुसार सब कुछ तय हो गया है. अब सीएम नीतीश कुमार की राज्यपाल से मुलाकात के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी.
राजद की डिमांड:वहीं आरजेडी की तरफ से खबर आ रही है कि राजद विधायक दल की बैठक में विधायकों ने मांग की है कि डिप्टी सीएम के साथ गृह विभाग भी तेजस्वी यादव अपने पास रखें. बताया जा रहा है कि आरजेडी विधायक दल की बैठक में यह भी मांग उठी की स्पीकर का पद भी राजद को मिले.
जीतनराम मांझी भी अपने विधायकों के साथ बैठक करेंगे:आज पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के विधायक दल की भी बैठक होगी. हम प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने रविवार को कहा कि 9 अगस्त को HAM विधायक दल की बैठक होगी. यह बैठक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के पटना आवास पर बैठक होगी. बैठक में राज्य के वर्तमान राजनैतिक स्थिति को लेकर चर्चा होगी.
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के आवास पर बैठक:तारकिशोर प्रसाद के आवास बीजेपी की अहम बैठक हो रही है. लगभग सभी मंत्री पहुंच गए हैं. रेणु देवी, मंगल पांडेय, अमरेंद्र सिंह, नितिन नवीन, सम्राट चौधरी, नंद किशोर यादव सहित बीजेपी के सभी बड़े नेता बैठक में शामिल होने के लिए डिप्टी सीएम आवास पहुंच चुके हैं. इस बैठक में संगठन महामंत्री भीखुभाई दलसानिया भी मौजूद हैं. सूत्रों के अनुसार बैठक के बाद बीजेपी कोटे के मंत्री राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा (16 BJP Ministers May Resign) सौंप सकते हैं.
बीजेपी से अलग होकर सरकार बनाना आसान:बिहार में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. महागठबंधन खेमे में अभी 114 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें आरजेडी के 79 विधायक, कांग्रेस के 19 विधायक, माले के 12 विधायक, सीपीआई के दो और सीपीएम के दो विधायक शामिल हैं. बहुमत से महागठबंधन खेमा अभी 8 विधायक दूर है लेकिन नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर निकलने के बाद महागठबंधन के विधायकों की संख्या बढ़कर बहुमत से काफी अधिक हो जाएगी. यह संख्या बढ़कर 159 तक पहुंच जाएगी.
यह है बिहार सरकार का राजनीतिक समीकरण:फिलहाल बिहार में डबल इंजन की सरकार है. बीजेपी और जदयू के साथ ही अन्य सहयोगियों की मदद से सरकार चल रही है. एनडीए में अभी बीजेपी के 77, जदयू के 45, हम के 04 और 01 निर्दलीय विधायक हैं. कुल विधायाकों की संख्या 127 है. वहीं अगर सीएम नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो जाते हैं तो कुछ इस तरह के समीकरण देखने को मिलेंगे. राजद के 79, जदयू के 45, कांग्रेस के 19, माले के 12, सीपीआई के 02, सीपीएम के 01 और 01 निर्दलीय विधायकों की संख्या होगी जो कुल 159 है. इसमें हम के 4 विधायक जोड़ दें तो यह संख्या 163 हो जाएगी.