पटना:बिहार पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भ्रष्ट और ड्यूटी में कोताही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करने के मूड में है. इसके तहत ही इस वर्ष नवंबर तक यानी पिछले 11 महीने में 644 पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की गई है. यह आंकड़ा पिछले 11 महीने का है और बतया जा रहा है कि अभी यह आंकड़ा और बढ़ गया है.
भ्रष्टाचार और लापरवाही पर बिहार पुलिस की जीरो टॉलरेंस की नीति जारी, 11 महीने में 644 पर कार्रवाई - patna news
पुलिस मुख्यालय द्वारा जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी जा रही है. ड्यूटी में कोताही बरतने और भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसते हुए पिछले 11 महीने में 644 पुलिस वालों पर कार्रवाई की गई है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की माने तो यह आंकड़ा पिछले 11 महीने का है अभी यह आंकड़ा और बढ़ गया है. पिछले 1 महीने में भी कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है.
11 महीने में 644 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
644 पुलिसकर्मी जिनपर कार्रवाई की गई है उनपर मुख्य रुप से बालू समेत अन्य खनिज के अवैध खनन एवं परिवहन में संलिप्तता, मद्य निषेध कानून के पालन में कोताही, भूमि संबंधित मामलों में लापरवाही या पक्षपात करना जैसे मामले थे. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे पुलिसकर्मी चाहे वह किसी भी पद पर हो कार्रवाई की जायेगी.
कई अधिकारियों पर भी गाज
जानकारी के अनुसार 38 पुलिस अधिकारियों में डीएसपी से लेकर ऊपर तक के अधिकारी शामिल हैं जिनपर विभागीय कार्रवाई चल रही है. साथ ही 2 आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्हें अलग-अलग तरह की विभागीय सजा दी गई है. जिन पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई चल रही है उनकी संख्या 606 है. इसमें सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक के कर्मी शामिल हैं. इनमें 85 कर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है. वहीं 55 पर वृहद और 4 को लघुदंड दिए गए हैं. पुलिस मुख्यालय के द्वारा 2016 में गोपालगंज जिले के बहुचर्चित अवैध शराब कांड मामले का फिर से जांच किया गया और अधिकारियों पर भी गाज गिराई गई.