पटनाःबिहार पुलिस (Bihar Police) की स्पेशल यूनिट एटीएस (Anti-Terrorism Squad) अब विदेशी पुलिस की तरह अपराधियों से दो-दो हाथ करेगी. हाथ में MP5 मशीन गन होंगे, बॉडी कवर करने के लिए बुलेट प्रुफ जैकेट और हेलमेट, रात में दुश्मनों से भिड़ने के लिए नाइट विजन वेपन भी होगा. दुश्मनों के आंख चौंधिया देने के लिए फ्लैश लाइट लेजर साइन भी बिहार पुलिस के पास होगी. बता दें कि बिहार पुलिस इन दिनों खुद के आधुनिकीकरण पर ध्यान दे रही है.
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बिहार से आंतकियों के कनेक्शन के बाद एटीएस को आधुनिक रूप से तैयार किया जा रहा है. बिहार पुलिस की स्पेशल यूनिट ATS को आधुनिक हथियारों के साथ-साथ उनकी सुरक्षा हेतु बुलेट प्रूफ जैकेट, बुलेट प्रूफ हेलमेट के साथ-साथ नाइट विजन वेपन उन्हें मुहैया करवाई जाएगी.
पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार एटीएस को 15 MP5 मशीनगन, 108 बुलेट प्रूफ हेलमेट जो कि बिहार पुलिस के विशेष विकृत इकाई एटीएस को पहली बार मुहैया करवाई जा रही है. इसके अलावा आठ नाइट विजन वेपन माउंटिंग, 20 फ्लैश लाइट लेजर साइन और विस्फोटक टेस्टिंग किट के अलावे बुलेट प्रूफ बैलेंस शीट उन्हें मुहैया करवायी जाएगी.
'बिहार पुलिस को लगातार समृद्ध किया जा रहा है. आधुनिकीकरण की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं. नई-नई तकनीकों के साथ-साथ अत्याधुनिक हथियार से बिहार पुलिस की विशेष इकाई एटीएस को समृद्ध किया जा रहा है. ताकि दुश्मनों से वे जमकर लोहा ले सकें. एटीएस के जवानों की सुरक्षा के मद्देनजर बिहार में पहली बार बुलेट प्रूफ हेलमेट और रात के समय किसी ऑपरेशन को अंजाम देने हेतु नाइट विजन वेपन मुहैया करवायी जा रही है.'-जितेंद्र कुमार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय
बिहार में लगातार हो रहे बम धमाकों और पकड़े जा रहे आतंकियों के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय एटीएस को समृद्ध करने में जुटा हुआ है. दरअसल, बिहार ATS बम धमाकों और आतंकवादियों से जुड़े मामलों की छानबीन करता है. बिहार के कई जिले इन दिनों आतंकियों के लिए सेफ जोन माने जाने लगे हैं.
विगत कुछ दिनों पहले बिहार के छपरा के मरोड़ा से आतंकियों तक हथियार सप्लाई करने के मामले में भी बिहार एटीएस ने एनआईए के सहयोग से चार संदिग्धों की गिरफ्तारी की थी. इसके अलावा बिहार में हो रहे बम धमाकों की जांच बिहार ATS द्वारा किया जाता रहा है.
दरभंगा बम ब्लास्ट मामला हो, बांका मदरसा बम ब्लास्ट हो या गांधी मैदान बम ब्लास्ट, इनमें एटीएस की अहम भूमिका रही है. इसके अलावा बिहार के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किए गए आतंकियों को पकड़ने में भी एटीएस की अहम भूमिका रही है. जिस वजह से आतंकियों से लोहा लेने हेतु उन्हें समृद्ध किया जा रहा है.
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