5 साल बाद...जनता दरबार में नीतीश
आज से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में नजर आएंगे. मुख्यमंत्री सचिवालय में सीएम नीतीश कुमार लोगों की शिकायतें सुनेंगे. आज 200 लोगों की फरियाद सुनी जाएगी. बता दें कि जिन 200 लोगों का चयन हुआ है, उनका कोरोना टेस्ट हो चुका है. साथ ही उन्हें कोरोना वैक्सीन भी लगाई जा चुकी है. बता दें 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम साल 2016 में बंद हो गया था.
आज से जनता दरबार में मुख्यमंत्री बिहार में आज से खुल रहे स्कूल
बिहार में आज से स्कूल खुल रहे हैं.सरकार के आदेशानुसार 11वीं से ऊपर कक्षा के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं आज से शुरू हो रही है. 50 प्रतिशत छात्रों को ही स्कूल आने की इजाजत मिली है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं. छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर आने की इजाजत है. वैक्सीन ले चुके छात्र, शिक्षक और कर्मचारी ही स्कूल आ सकेंगे.
आज से खुल रहे सूबे में स्कूल चिराग से मिले श्याम..अब आगे क्या?
लोजपा में जारी उठापटक का बिहार की राजनीति पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है. रविवार को दिल्ली में राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने चिराग पासवान से मुलाकात की है. यह मुलाकात तब हुई है जब चिराग को राजद में शामिल होने का लगातार न्योता मिलता रहा है. जाहिर है इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चा होगी ही. इस मुलाकात के बाद पल-पल बदलते बिहार के सियासी समीकरण पर हमारी नजर बनी रहेगी.
राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने चिराग पासवान से की मुलाकात उफनती नदियों के जलस्तर पर रहेगी निगाह
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला बलान, अधवारा नदी, महानंदा, कोसी और परमान नदी का जलस्तर (Water level Of Different Rivers) खतरे के निशान से लगातार ऊपर बह रहा है. आलम ये है कि प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. रेलगाड़ियों का परिचालन बाधित हो रहा है. इस लिहाज से विभिन्न नदियों के जलस्तर पर हमारी नजर बनी रहेगी.
बिहार की अधिकांश नदियां उफान पर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़
उत्तर बिहार और नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, गोपालगंज सहित अन्य कई जिलों के लाखों लोग बाढ़ प्रभावित हैं. उनका न तो रहने का ठिकाना है, और न ही खाने का. अपनी जान के साथ ही मवेशियों को सुरक्षित रखना बड़ी चुनौती है. प्रशासन भी अपने स्तर से राहत मुहैया करवा रहा है. प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पर हमारी नजर बनी रहेगी.
बिहार के कई जिलों में बाढ़ से जिंदगी त्राहिमाम वैक्सीन की किल्लत..कैसे लगे टीका?
राजधानी पटना में कोरोना वैक्सीन की किल्लत बरकरार है. वैक्सीन की किल्लत होने की वजह से रविवार को पटना के सभी टीकाकरण केंद्र बंद रहे हैं. सिर्फ तीन ही केंद्रों पर टीकाकरण का कार्य चला. बता दें कि ये तीन केंद्र 24x7 वैक्सीनेशन सेंटर हैं. कोरोना के खिलाफ जंग में टीकों की किल्लत के लिहाज से इस खबर पर हमारी विशेष नजर बनी रहेगी.
पटना में वैक्सीनेशन की रफ्तार सुस्त सूबे में गहराया ब्लैक फंगस का खतरा
राजधानी पटना में ब्लैक फंगस के इलाज में उपयोग होने वाले इंजेक्शन की आए दिन किल्लत हो रही है. पटना के पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो गया है. जबकि बताते चलें कि वर्तमान में पीएमसीएच में ब्लैक फंगस के 8, एनएमसीएच में 3 और आईजीआईएमएस में 75 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है.मरीजों को पोशाकोनाजोल और अन्य फंगल दवाओं पर रखा जा रहा है. ब्लैक फंगस के इलाज में उपयोग होने वाली जरुरी दवाओं की उपलब्धता पर हमारी नजर बनी रहेगी.
पटना के अस्पतालों में ब्लैक फंगस के दवाओं की कमी