पटना:प्रदेश में 17 फरवरी से शुरू होने वाले मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 1525 परीक्षा केंद्र बनाए हैं. इस साल मैट्रिक परीक्षा में कुल 1684466 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. जिनमें से 837803 छात्राएं हैं और 846663 छात्र हैं. मैट्रिक परीक्षा का आयोजन दो पालियों में हो रहा है. आधे परीक्षार्थी पहली पाली में परीक्षा देंगे. जबकि बाकी बचे आधे परीक्षार्थी द्वितीय पाली में परीक्षा देंगे.
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जो छात्र पहले दिन पहली पाली में परीक्षा देंगे, वह पूरे परीक्षा के दौरान पहली पाली में परीक्षा में बैठेंगे और जो दूसरी पाली में बैठेंगे वह पूरे परीक्षा के दौरान दूसरी पाली में ही परीक्षा देंगे.
जिला में कुल 24 परीक्षा केंद्र
17 फरवरी से 14 फरवरी तक चलने वाले इसे मैट्रिक परीक्षा में पहली पाली में कुल 846969 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे. वहीं द्वितीय पाली में कुल 837497 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे. मैट्रिक परीक्षा के लिए पटना जिला में कुल 24 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें कुल 73030 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. जिनमें से 38145 छात्राएं हैं और 34885 छात्र हैं.
कंट्रोल रूम किया गया स्थापित
पहली पाली में 37335 विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे. वहीं द्वितीय पाली में 35695 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे. इंटरमीडिएट परीक्षा के तर्ज पर मैट्रिक परीक्षा में भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी छात्र-छात्राओं को जूता-मोजा पहन कर परीक्षा केंद्र में आने की अनुमति दे दी है. मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 के सफल संचालन के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कंट्रोल रूम स्थापित किया है. जो 16 फरवरी शाम 6 से 24 फरवरी शाम 6 बजे तक अनवरत कार्यरत रहेगा. कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर 0612- 2230009 है.
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परीक्षा समिति ने दिया निर्देश
कंट्रोल रूम से छात्र किसी भी समस्या पर त्वरित समाधान प्राप्त कर सकते हैं. मैट्रिक परीक्षा को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने निर्देश जारी किया है कि परीक्षा केंद्र पर प्रवेश करते समय छात्र-छात्राओं की दो बार तलाशी की जाएगी. प्रत्येक 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक की व्यवस्था रहेगी और सभी वीक्षक यह डिक्लेरेशन देंगे कि उनके अंतर्गत सभी 25 अभ्यर्थियों की तलाशी कर ली गई है. इन विद्यार्थियों के पास से कोई अवांछित वस्तु नहीं पाया गया है. परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र के 10 सीट रहेंगे. जिस का स्टेट कोड ए से जे तक रहेगा.
संचालन के लिए सीसीटीवी कैमरे
इंटरमीडिएट परीक्षा के तरह मैट्रिक परीक्षा में भी सभी जिलों में चार-चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. यह मॉडल परीक्षा केंद्र जो बनाए गए हैं, वहां सिर्फ छात्राएं ही परीक्षार्थी होंगी और इन केंद्रों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, वीक्षक सहित सभी सुरक्षाकर्मी महिलाएं ही होंगी. परीक्षा केंद्र के 200 मीटर की अवधि में धारा 144 लागू होगा और कदाचार मुक्त परीक्षा के संचालन के लिए सीसीटीवी कैमरे एग्जामिनेशन रूम में लगाए जाएंगे. परीक्षा के दौरान दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए राईटर की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे.
- मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने वाले जिन परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड की फोटो या कोई अन्य जानकारी में त्रुटि रह गई है तो, ऐसे परीक्षार्थियों को अपने साथ पहचान पत्र ले जाना अनिवार्य है. पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और फोटोयुक्त बैंक पासबुक मान्य होगा.
- मैट्रिक परीक्षा के दौरान पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 से शुरू होगी. जबकि दूसरी पाली की परीक्षा दिन के 1:45 से शुरू होगी. समय से 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों का पहुंच जाना अनिवार्य है.
- मैट्रिक परीक्षा में इस बार ऑब्जेक्टिव के 50 प्रश्नों को हल करने के लिए 100 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे. जिनमें से एक किसी 50 प्रश्नों का विद्यार्थियों को उत्तर देना होगा. इसके अलावा इसी तरह दो और 5 अंकों के सब्जेक्ट प्रश्न में भी विद्यार्थियों को 100 परसेंट अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जाएगा.
- परीक्षा के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल किया जाएगा फॉलो
- कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत इस बार पूरे परीक्षा के दौरान सभी परीक्षार्थियों और परीक्षा केंद्र में मौजूद सभी लोगों के लिए चेहरे पर मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य है. बिना मास्क पहने किसी को भी परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर सैनेटाइजर की भी पर्याप्त व्यवस्था की जानी है.