पटना: बिहार में पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Elections 2022) की तैयारी तेज हो गई है. इस चुनाव को लेकर सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) पर सबकी नजर रहेगी. सूत्रों का कहना है कि इस चुनाव को लेकर जहां जेडीयू विधान परिषद में अपनी ताकत बढ़ाने के जुगाड़ में है. वहीं गठबंधन में शामिल छोटे दल भी अपनी हिस्सेदारी को लेकर आशावान हैं.
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दरअसल, राज्य के 24 सीटों के लिए मतदान पिछले साल ही हो जाना था, लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर पंचायत चुनाव टला तो विधान परिषद चुनाव भी आगे सिखकता चला गया. विधान परिषद की इन 24 सीटों पर वर्ष 2015 में हुए चुनाव में बीजेपी के सबसे अधिक 11 उम्मीदवार जीते थे, जबकि जेडीयू के 5 प्रत्याशी जीते थे. लेकिन हाल के परिदृश्य में आए बदलाव के बाद जेडीयू अधिक सीटों की मांग कर रहा है.
जेडीयू का तर्क है कि पिछला चुनाव 2015 में हुआ था. तब बीजेपी, रालोसपा और लोजपा साझे में लड़ी थी. बीजेपी की 11 और लोजपा की एक सीट पर जीत हुई थी. बाद में लोजपा की नूतन सिंह और निर्दलीय अशोक कुमार अग्रवाल बीजेपी में शामिल हो गए.