पटनाः बिहार विधानसभा की कार्यवाही के चौथे दिन भी विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा. कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर एआईएमआईएम और माले के सदस्यों ने दिल्ली हिंसा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान आरएसएस और बीजेपी को इसके लिए दोषी बताते हुए गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की गई और सीएम नीतीश कुमार को इस पर बयान देने को कहा गया.
दिल्ली हिंसा पर बिहार में सियासत, CM नीतीश से बयान देने की मांग
दिल्ली में हो रही हिंसा पर बिहार में सियासत होने लगी है. विधानसभा के बाहर एआईएमआईएम और माले के सदस्यों ने प्रदर्शन करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देने और सीएम नीतीश कुमार को इस पर बयान देने कहा है.
'इस्तीफा दें अमित शाह'
माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि दिल्ली में एक बार फिर से 1984 की घटना दोहराने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए संघ और बीजेपी जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयान से फैली हिंसा में 32 लोगों की मौत हो गई. हिंसा के शुरुआती दौर में पुलिस मूकदर्शक बनी रही. गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए और कपिल मिश्रा को गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को इस पर बयान देना चाहिए.
'विधानसभा में उठाया जाएगा मुद्दा'
वहीं, एआईएमआईएम के विधायक कमरुल होदा ने कहा कि दिल्ली में यह तांडव बीजेपी, आरएसएस और विहिप ने रचा है. चुनाव के समय अमित शाह घर-घर जाकर वोट मांग रहे थे. हिंसा पर वो और पीएम मोदी खामोश हैं. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.