पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ राहत शिविर में पैदा होने वाले बच्चों के परिजनों को आर्थिक मदद दी जाए. मुख्यमंत्री ने बेटी पैदा होने पर 15 हजार रुपये और बेटा जन्म लेने पर 10 हजार रुपये की मदद देने का निर्देश दिया है. नीतीश ने यह निर्देश बुधवार को गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर (Water Level Increase In Ganga River) को लेकर मैराथन निरीक्षण के बाद हुई बैठक के दौरान दिया.
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नीतीश ने पहले गंगा नदी का सड़क मार्ग से जायजा लिया और फिर हवाई सर्वेक्षण किया. मुख्यमंत्री ने सड़क और हवाई सर्वेक्षण के बाद आला अधिकारियों और 12 जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिया. उन्होंने जल संसाधन विभाग (Water Resources Department) और 12 जिलों के डीएम को अलर्ट रहने का निर्देश दिया.
नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास के गंगा नदी के कई इलाकों और विभिन्न घाटों का जायजा लिया. पटना मुख्य नहर के दीघा तक और एलसीटी घाट पर सुरक्षा दीवार का भी जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान दीघा घाट, भद्र घाट, कंगन घाट और गांधी घाट पहुंचकर गंगा के बढ़े हुए जल स्तर का मुआयना किया. जेपी सेतु पर रुककर गंगा की धारा देखने के बाद मुख्यमंत्री ने सोनपुर और हाजीपुर के क्षेत्रों का भी जायजा लिया.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा किनारे जहां भी घनी आबादी है वहां पानी का रिसाव हो रहा है तो उसे बंद करने का उपाय किया जाए. गंगा नदी के जिन घाटों पर ज्यादा पानी आ गया है वहां बैरिकेडिंग किया जाए. खतरनाक घाटों पर और जहां जल स्तर अधिक है वहां सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाए. बैठक में मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग, आपदा विभाग और संबंधित जिला पदाधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट रहने का निर्देश दिया. आपदा में फंसे लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय झा और कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे.
बता दें कि गंगा नदी का जलस्तर लगातार नई ऊंचाई को छू रहा है. पटना के विभिन्न घाटों पर पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने भी कहा है कि मध्य प्रदेश में हो रही बारिश के कारण गंगा में उफान है. 2 से 3 दिन तक खतरा है. ऐसे विभाग पूरी तरह अलर्ट है. गंगा के किनारे स्थित 12 जिलों को पूरी तरह बाढ़ से तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री पूरे मामले की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
"गंगा जल का स्तर तो बढ़ रहा है. हम जब भी कभी हेलिकॉप्टर से जा रहे थे तो दोनों की स्थिति को देख रहे थे. मंगलवार को इस संबंध में एक बैठक की. गंगा का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है. इसी चलते आज मैं कई जगह की स्थिति देखने निकला था. 2016 में गंगा में इस तरह पानी आया था. उस समय गंगा के किनारे के 12 जिले प्रभावित हुए थे. इन जिलों को बाढ़ राहत संबंधी तैयारी रखने को कहा गया है."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
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