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कोरोना से मौत के आंकड़ों को छिपा रही सरकार!, श्मशान घाट पर लाशों की है भरमार

बिहार में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है. मौत के आंकड़ों से पटना के लोग दहशत में हैं. कहा जा रहा है कि सरकार के अधिकारी आंकड़ों की बाजीगरी करने में जुटे हैं. राजधानी पटना स्थित बांस घाट की स्थिति भयावह है. यहां हर रोज 25-30 शव का अंतिम संस्कार हो रहा है.

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बांस घाट पर पड़े शव

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Published : Apr 15, 2021, 8:22 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड खाली नहीं हैं. वहीं, कई मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. श्मशान घाट पर लाशों की कतार लगी है. शव के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को 3-4 घंटे तक इंतजार करना पड़ता है. लोग कह रहे हैं कि सरकार के अधिकारी मौत के आंकड़ों को छिपाने में जुटे हैं.

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डरा रहा मौत का आंकड़ा
बिहार में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है. मौत के आंकड़ों से पटना के लोग दहशत में हैं. राजधानी पटना स्थित बांस घाट की स्थिति भयावह है. यहां हर रोज 25-30 शव का अंतिम संस्कार हो रहा है, जबकि सरकारी आंकड़े कुछ और बता रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 10 अप्रैल को 3, 11 अप्रैल को 1, 12 अप्रैल को 1, 13 अप्रैल को 1 और 14 अप्रैल 4 लोगों की मौत हुई. वहीं, बांस घाट में रोज 25-30 शव आ रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ रहा इंतजार
"शव का अंतिम संस्कार करने आया हूं. दो-तीन घंटे से इंतजार कर रहा हूं, लेकिन बारी नहीं आई है. अंदर 10-12 शव हैं. नंबर आने पर मुझे बुलाया जाएगा."- राहुल

"बुधवार को 20 से ज्यादा कोरोना संक्रमित लोगों के शव का अंतिम संस्कार यहां हुआ था. गुरुवार को अब तक 15 शव का अंतिम संस्कार हो चुका है."- उदय कुमार, बांस घाट में पदस्थापित स्वास्थ्य कर्मी

"कोरोना से मौत के मामलों में इजाफा हुआ है. पिछले कई दिनों से 25-30 लोगों की डेड बॉडी सिर्फ बास घाट पर आ रही है."- योगेश्वर, नगर निगम कर्मी

कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए रेट कार्ड.

"मौत का सिलसिला पिछले कुछ दिनों से तेजी से बढ़ा है. श्मशान घाट पर लाशों की कतार लगी है. लोगों को शव के अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. गुलबी घाट पर भी कोरोना के चलते मरने वालों के लाशों की कतार लगी है. वहां हर रोज 5-10 शव का अंतिम संस्कार होता है."- श्रीराम शर्मा, दुकानदार

"सरकार संकट की स्थिति में फेल साबित हुई है. सरकार के अधिकारी आंकड़ों की बाजीगरी करने में जुटे हैं. श्मशान घाट पर लाशों की कतार लगी है, लेकिन विभाग आंकड़ों को छिपा रही है. नीतीश सरकार ने आम लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है."- अमिताभ दास, पूर्व आईपीएस अधिकारी

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