पटना: लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर और छात्रों को वापस लाने की मंजूरी केंद्र ने राज्य सरकारों को दे दी है. 3 मई के बाद से अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के लिए बिहार सरकार विशेष इंतजाम में जुट गई है. नीतीश सरकार ने देश के सभी राज्यों के लिए नोडल ऑफिसर को नियुक्त किए हैं. ये ऑफिसर प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटक, श्रद्धालुओं और अन्य बिहार वासियों को लाने के लिए कार्य योजना बनाएंगे. बता दें कि ये सभी आईएएस स्तर के अधिकारी हैं.
प्रवासियों की वापसी के लिए बिहार सरकार ने नियुक्त किए नोडल ऑफिसर, देखें पूरी लिस्ट
बिहार सरकार ने लॉकडाउन के दौरान राज्य से बाहर फंसे मजदूर, छात्र और बिहार वासियों को वापस लाने की कवायद में जुट गई है. इसके लिए सरकार ने सभी राज्यों के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है.
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किस राज्य के लिए कौन अधिकारी हुए नियुक्त, देखें लिस्ट :
- दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के लिए पलका साहनी और शैलेंद्र कुमार को नियुक्त किया गया
- जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए शैलेंद्र कुमार की नियुक्ति हुई है
- पंजाब के लिए मानवजीत सिंह ढिल्लो को चुना गया
- हरियाणा के लिए दिवेश सेहरा को नियुक्त किया गया
- राजस्थान के लिए प्रेम सिंह मीणा की नियुक्ति की गई
- गुजरात के लिए बी कार्तिकेय को नियुक्त किया गया
- उत्तराखंड के लिए विनोद सिंह गुंजियाल सरकार ने चुना है
- उत्तर प्रदेश के लिए विनोद सिंह गुंजियाल और अनिमेष पराशर को सरकार ने नियुक्त किया
- मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए मयंक बरवाड़ा की नियुक्ति की गई
- उड़ीसा के लिए अनिरुद्ध कुमार का चयन हुआ
- झारखंड के लिए चंद्रशेखर की नियुक्ति की गई
- पश्चिम बंगाल के लिए सुश्री किम को चुना गया
- असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के लिए आनंद शर्मा को नियुक्त किया गया
- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए रामचंद्र टूडू को चुना गया
- तमिलनाडु और पांडिचेरी के लिए के. सेंथिलकुमार को नियुक्त किया गया
- कर्नाटक के लिए प्रतिमा एस वर्मा को सरकार ने चुना है
- महाराष्ट्र और गोवा के लिए आदेश तितरमारे की नियुक्ति हुई
- केरल के लिए सफीना एन को चुना गया
संबंधित राज्यों के चुने गए अधिकारी
बता दें कि नीतीश सरकार ने सभी राज्यों के ज्यादातर नोडल ऑफिसर के तौर पर उन आईएएस अफसरों को नियुक्त किया है, जो संबंधित राज्यों के निवासी हैं. मालूम हो कि केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राज्य सरकार अपने प्रवासी मजदूर, छात्र और बिहार वासियों को वापस लाने की कवायद में जुट गई है.