पटनाःबिहार की राजधानी पटना में शनिवार को कोरोनाके कुल 808 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें 777 नए (Bihar Corona Update) मामले हैं जबकि 31 जांच फॉलोअप के है. प्रदेश में संक्रमण दर भी कम हो रही है और रिकवरी प्रतिशत बढ़ रहा है. 14 जनवरी के बाद से प्रदेश में संक्रमण (Corona Infection In Patna) के नए मामलों में लगातार गिरावट का ट्रेंड देखने को मिल रहा है.
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बिहार स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 808 नए मामलों में 532 लोग पटना के रहने वाले हैं जबकि 245 अन्य जिलों के हैं. यह आंकड़ा शनिवार दोपहर 12:00 बजे तक का है. देर शाम जारी होने वाले स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े में कुछ संख्या बढ़ोतरी भी हो सकती है. वहीं बिहार में वैक्सीनेशन की बात करें, तो बिहार वैक्सीनेशन के मामले में देश में चौथे स्थान पर आ गया है. जो बीते 3 दिनों पहले पांचवें स्थान पर था.
बिहार में वैक्सीनेशन अभियान भी काफी तेज गति से चल रहा है और इसमें आम जनमानस का पूरा सहयोग देखने को मिल रहा है. 15 से 18 एज ग्रुप के लगभग 40 फीसदी बच्चों का वैक्सीनेशन कंप्लीट कर लिया गया है और महीने के अंत तक इस ग्रुप के शत-प्रतिशत बच्चों के वैक्सीनेशन का विभाग ने लक्ष्य रखा है. उन्होंने ये भी कहा कि संक्रमण की तीसरी लहर में नए मामले लगातार कम होने शुरू हो गए हैं और इसके पीछे आयुर्वेद का भी काफी अहम रोल है.
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वहीं, राज्य आयुष समिति के कार्यपालक निदेशक अरविंदर सिंह ने बताया कि कोरोना काल में घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक औषधियां जीवन रक्षक साबित हुई हैं. होम आइसोलेशन में लोग आयुर्वेदिक नुस्खे से जल्द स्वस्थ हुए हैं. उन्होंने कहा कि खाने पीने में जीरा, हल्दी, दालचीनी, तुलसी पत्ता इत्यादि काफी फायदेमंद साबित हुआ है. गर्म दूध में हल्दी डालकर पीने से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
इन उपायों से भी लोग तेजी में स्वस्थ हुए हैं. इसके अलावा गले में खराश होने पर गुनगुने पानी का गलाला का बहुत फायदा करता है. उन्होंने बताया कि संक्रमण की दूसरी लहर में राज्य की इस समिति ने 40000 आयुष काढ़ा पैकेट का होम आइसोलेशन वाले मरीजों को वितरित किया था. संक्रमण के तीसरे लहर में 10,000 आयुष काढ़ा वितरित किया गया है और राज्य में औषधि निर्माण शाला में अभी 5000 आयुष काढ़े का निर्माण किया जा रहा है.
स्वास्थ्य प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि बाजार में जितने भी घर बैठे खुद से जांच करने वाले एंटीजन कीट मिल रहे हैं, वो सभी एंटीजन कीट मानक के अनुरूप हैं. आईसीएमआर से इसकी अनुमति है. तभी बाजार में बिक रहे हैं. लेकिन उन्होंने साफ कहा कि यह सभी किट सेल्फ टेस्टिंग के लिए है. कोरोना मरीजों को मिलने वाला लाभ और संक्रमित के आंकड़ों में लोगों की गिनती तभी की जाएगी, जब सरकार की तरफ से चलाए जा रहे कोरोना जांच सेंटर या सरकार से मान्यता प्राप्त जांच सेंटर से रिपोर्ट मिली हो.
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