नई दिल्ली/पटना: बिहार में विधान परिषद चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे के बाद महागठबंधन में सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है. सीट शेयरिंग को लेकर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा है कि बिहार में 2 सीटों पर विधान सभा का उपचुनाव हुआ था, जिसमें राजद और कांग्रेस का सालों पुराना गठबंधन टूट गया था. दोनों पार्टी अलग अलग लड़ी और इस कारण वोटों का बंटवारा हुआ और एनडीए की दोनों सीटों पर जीत हो गई. इसके बाद लालू जी ने कहा था कि विधान परिषद चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ेंगे.
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मदन मोहन झा ने कहा कि तेजस्वी यादव का बयान आया है कि विधान परिषद का चुनाव राजद अकेले लड़ेगी. कांग्रेस से गठबंधन नहीं होगा. मैं और विधायक दल के नेता अजीत शर्मा दिल्ली में हैं. हम लोग लालू जी से मिलना चाहते थे और विधान परिषद चुनाव में सीट बंटवारे के मुद्दे पर बातचीत करना चाहते थे. बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह को जिम्मेदारी दी थी कि वह लालू से हम लोगों की मीटिंग कराएं.
'अखिलेश जी ने भी हम लोगों को कहा था कि लालू जी से संपर्क करने की कोशिश में हम लगे हुए हैं. अखिलेश जी ने प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. क्योंकि तेजस्वी का बयान आ गया है कि अपने दम पर राजद विधान परिषद का चुनाव लड़ेगी. लालू जी ने जो कहा था और तेजस्वी ने जो कहा है इस सब बातों को हमने अपने शीर्ष नेतृत्व को बता दिया है. शीर्ष नेतृत्व अगर कहेगा तो बिहार में कांग्रेस सभी सीटों पर अकेले विधान परिषद का चुनाव लड़ेगी. हमारे पास मजबूत कई दावेदार हैं.' - मदन मोहन झा, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष