पटनाः लोकसभा चुनाव 2024 में काफी कम समय बच गया है. उम्मीद है कि फरवरी के आखिरी सप्ताह तक आचार संहिता लागू हो जाए. ऐसे में चुनाव की तैयारी को लेकर 2 महीने का समय है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर रहे हैं. यात्रा बिहार के 7 जिलों से भी गुजरेगी. बिहार में इसे लोकसभा चुनाव को लेकर काफी अहम माना जा रहा है, लेकिन संगठन स्तर से यदि कांग्रेस की बात करें 7 वर्षों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी भंग है.
अखिलेश सिंह के आने के बाद भी कमेटी नहीं बनीः भक्त चरण दास के बाद अखिलेश सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. अखिलेश सिंह को आए एक साल होने को हैं, लेकिन अभी तक कांग्रेस कमेटी का गठन नहीं हो सका. कई बार बयान दे चुके हैं कि बहुत जल्द कमेटी का गठन होगा. हाल में भी कांग्रेस नेताओं का प्रदेश कमेटी के गठन पर जवाब यही है. ऐसे में कई कांग्रेस नेताओं में इससे नाराजगी देखने को मिल रही है.
'कमेटी नहीं बनने से चुनाव रिजल्ट पर असर': चुनाव की बात करें तो लोकसभा 2019 में कांग्रेस को बिहार में बुरी तरह से हार मिली थी. 2020 में कांग्रेस ने विधानसभा में 70 में सिर्फ 19 सीट ही जीत पाई. इस निराशा जनक प्रदर्शन के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का मानना था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन नहीं होना प्रमुख कारण रहा. चुनाव में न तो सही से जिम्मेवारी बांटी गई न ही जिम्मेदारियों का निर्वहन हो पाया. इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ने ईटीवी से खास बाचतीच की.
'जल्द होगी घोषणा': अभी तक कमेटी का गठन नहीं हुआ, क्या चुनाव में इसका असर नहीं पड़ेगा? इसको लेकर पूर्व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और विधान पार्षद समीर सिंह ने कहा कि संगठन विस्तार के लिए रणनीति बना रही है. हाल ही में बिहार के प्रभारी बदले गए हैं. मोहन प्रकाश को जिम्मेवारी सौंप गई है. प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह और प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश समेत पार्टी के शीर्ष नेता दिल्ली में प्रदेश कमेटी के विस्तार को लेकर चर्चा कर रहे हैं. नाम फाइनल होते ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी. इससे चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
"इसका लोकसभा चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा. प्रदेश कमेटी का गठन के लिए दिल्ली में बैठक हो रही है. नाम फाइनल होते ही घोषणा कर दी जाएगी. जो पार्टी में काम करते आ रहे हैं, उन्हीं को जिम्मेदारी दी जाएगी. उसी में से किसी को महामंत्री बनाया जाएगा. जल्द ही इसको लेकर काम होगा. जब से अखिलेश सिंह आए हैं तब से पार्टी का काफी विस्तार हुआ है. उन्होंने नेताओं मे जान फूंकी है."-समीर सिंह, पूर्व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस