पटना:पिछले 2 दशक से बिहार की सियासत के सबसे बड़े चेहरे और 17 सालों से सूबे की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar 72nd Birthday) आज 72 साल के हो गए हैं. उनका जन्म 1 मार्च 1951 को पटना जिले के बख्तियारपुर में हुआ था. वह केंद्रीय रेल और कृषि मंत्री भी रह चुके हैं. जेपी आंदोलन की उपज नीतीश कुमार पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम को उनके जन्मदिन पर जेडीयू अधयक्ष ललन सिंह और मंत्री संजय झा ने बधाई दी है और उनके दीर्घायु होने की कामना की है.
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संजय झा ने नीतीश कुमार को शुभकामनाएं दीं:जेडीयू नेता और जल संसाधन मंत्री संजय झा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "सुशासन एवं न्याय के साथ विकास के जरिये नये बिहार का निर्माण करने वाले यशस्वी व जनप्रिय मुख्यमंत्री, विकास पुरुष, हम सब के मार्गदर्शक श्री नीतीश कुमार जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं. ईश्वर आपको शतायु बनाएं और आप प्रदेश एवं देश की सेवा निरंतर करते रहें."
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंहने भी फेसबुक पर सीएम को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने लिखा, "संकल्पित होकर अपने कार्यकौशल व अप्रतिम नेतृत्व से बिहार का नवनिर्माण करने वाले बिहार के सर्वमान्य नेता "विकास पुरूष" आदरणीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई. आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना करते हैं. जय बिहार, जय नीतीश कुमार."
बख्तियारपुर में नीतीश कुमार का जन्म:नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को पटना जिले के बख्तियारपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम कविराज राम लखन सिंह था, जबकि मां का नाम परमेश्वरी देवी था. नीतीश ने बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज (अब एनआईटी पटना) से ग्रेजुएशन किया था. उन्होंने कुछ समय तक बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम भी किया था. बाद में नौकरी छोड़कर राजनीति में सक्रिय हो गए. उनकी शादी मंजू सिन्हा से हुआ था, जिनका साल 2007 में निधन हो गया. वहीं सीएम को एक बेटा है, जिनका नाम निशांत कुमार है.
समाजवादी विचारधारा के नेता हैं नीतीश: राममनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जयप्रकाश नारायण से प्रभावित होकर उन्होंने राजनीति में कदम रखा था. जॉर्ज फर्नाडीज और अनुग्र नारायण सिंह के भी वह बेहद करीबी रहे हैं. नीतीश ने 1974 से 1977 के जेपी आंदोलन में भी हिस्सा लिया था. पहले लालू के साथ थे, फिर 1994 में समता पार्टी बना ली. नीतीश 26 साल की उम्र में पहली बार नालंदा के हरनौत सीट से 1977 में विधानसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. 1985 में तीसरे प्रयास में लोक दल के टिकट पर विधानसभा पहुंचे. 1987 में वह युवा लोक दल के अध्यक्ष चुने गए थे. 1989 में पहली बार बाढ़ से सांसद बने. वहीं 1991 में बाढ़ से दोबारा चुनाव जीते. 1996 और 1998 में भी वह लोकसभा के सांसद बने.
केंद्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर:1998 में नीतीश कुमार पहली बार अटल बिहारी वायपेयी की सरकार में रेल मंत्री बने. हालांकि बाद में रेल हादसे के बाद इस्तीफा दे दिया और कुछ समय बाद भूतल परिवहन मंत्री भी बने. वहीं 1999 में 5वीं बार लोकसभा चुनाव जीते और केंद्र में कृषि मंत्री बने. 2004 में भी वह लोकसभा का चुनाव लड़े लेकिन 2005 में बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री बने. तब से बीच के कुछ समय को छोड़ दें तो वह लगातार बिहार के सीएम हैं. फिलहाल वह महागठबंधन के साथ हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में है. उन्हें नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी खेमे का पीएम उम्मीदवार भी माना जा रही है.