पटना: CBSE बोर्ड के दसवीं का रिजल्ट घोषित (CBSE 10th result 2022) हो चुका है. बिहार की रहने वाली श्रीजा ने 10वीं की परीक्षा में राज्य में टॉप किया है. उन्होंने 99.4 फीसदी अंक हासिल किए हैं. सोशल मीडिया पर श्रीजा के संघर्षों की कहानी वायरल हो रही है, जिसे सुनकर हर कोई उनके जज्बे को सलाम कर रहा है.
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4 साल की उम्र में ही उठा मां का साया: एक वीडियो में श्रीजा की नानी बताती हैं कि श्रीजा के जन्म के 4 साल बाद ही उसके सिर से मां का साया हट गया था. मां के गुजरने के कुछ समय बाद पिता ने भी उसे घर से निकाल दिया और दूसरी शादी रचा ली. श्रीजा अपने नाना-नानी के घर पल-बढ़ीं. वहीं रहकर उन्होंने पढ़ाई की और अब दसवीं में बिहार टॉप कर इतिहास रच दिया.
'मेरे दामाद जी ने दूसरे शादी करने के बाद कभी उन्होंने अपने बच्चों का मुंह नहीं देखा. वो कभी श्रीजा से मिलने भी नहीं आए. लेकिन आज उन्हें पछतावा हो रहा होगा. आज जो जश्न उनके घर पर हो रहा है, वो श्रीजा के पिता के यहां पर हो सकता था'-श्रीजा की नानी
कभी श्रीजा से मिलने नहीं आए पिता: श्रीजा की नानी कहती हैं कि उसके पिता ने दूसरे शादी करने के बाद कभी बच्चों का मुंह नहीं देखा. वो कभी बेटी से मिलने नहीं आए. लेकिन आज उन्हें पछतावा हो रहा होगा. आज जो जश्न उनके घर पर हो रहा है, वो श्रीजा के पिता के यहां पर हो सकता था. श्रीजा की उपलब्धि पर नानी बेहद खुश हैं. वो कहती हैं- हम तो पाल लिए, अब वो पछताएगा.
बिहार की टॉपर है श्रीजा: CBSE के 10वीं में कुल 94.40 प्रतिशत स्टूडेंट पास हुए, जिनमें लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 95.21 प्रतिशत रहा, जबकि लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 93.80 रहा. बिहार के छात्र-छात्राओं ने इस बार बेहतर प्रदर्शन किया है. 10वीं की परीक्षा में डीएवी राजवंशीनगर पटना की छात्रा श्रीजा को 99.4 फीसदी अंक मिला (CBSE 10th result 2022 Bihar Toppers) था. वहीं पूर्णिया की प्रगति को 99 अंक मिले. आज श्रीजा ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद जमकर मेहनत की और आज वह सभी के लिए एक रोल मॉडल बन गई हैं. सोशल मीडिया पर लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे.
श्रीजा का सपना आईआईटी इंजीनियर बनने का हैःश्रीजा के माता-पिता का निधन हो चुका है. विषम परिस्थितियों में श्रीजा अपने नाना-नानी के पास रह कर पढ़ाई कर करती है. श्रीजा ने बताया कि कोरोना का टाइम हो या सामान्य दिन मैंने अपने आप को सिर्फ पढ़ाई पर फोकस रखा. पढ़ाई के लिए टाइम नहीं कोर्स को टारगेट में रखती थी, जिसका रिजल्ट सामने है. श्रीजा ने बताया कि उसे मैथ और साइंस बहुत पसंद है. उसकी तम्मना आईआईटी इंजीनियर बनने की है. श्रीजा ने बताया कि शुरू से ही यह कोशिश की कि उसे बेहतर करना है. श्रीजा ने बताया कि इस बार पैटर्न काफी बदला हुआ था. लेकिन टीचर्स ने पढ़ाई के दौरान काफी मदद की चाहे वो रेगुलर क्लास हो या ऑफ लाइन क्लास.
शैक्षणिक सत्र 2021 - 22 में 22,731 स्कूल थे और 7405 केंद्र पर परीक्षा आयोजित की गई थी. वर्ष 2022 में 10वीं क्लास में 21,09,208 छात्र पंजीकृत थे. जिसमें 20,93,978 ने परीक्षा दी 19,76,668 ने सफलता हासिल की. जहां कुल पासिंग प्रतिशत 94.40 फीसदी रहा है. वहीं जेंडर वाइज रिजल्ट की बात करें तो लड़कों का पासिंग प्रतिशत 93.80 फीसदी और लड़कियों का पासिंग प्रतिशत 95.21 फीसदी रहा है. यानी लड़कियों का पासिंग प्रतिशत लड़कों के मुकाबले 1.41 फीसदी अधिक है.वहीं दसवीं क्लास के परीक्षा परिणाम में 90 फ़ीसदी ट्रांसजेंडर छात्रों ने सफलता हासिल की है