पटनाःबिहार बोर्ड इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा (intermediate annual exam 2023) एक फरवरी से शुरू हो रही है. 11 फरवरी तक चलने वाली परीक्षा दोनों पालियों में आयोजित होगी. इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 1318227 विद्यार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. 636432 छात्राएं व 681795 छात्र शामिल हो रहे हैं. परीक्षा की तैयारियों को लेकर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने जानकारी दी. प्रत्येक विद्यार्थी को पहली बार यूनिक आईडी जारी किया जाएगा. विद्यार्थियों के हित में इस वर्ष भी सभी विषयों में 100% अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जाएगा. जितने प्रश्नों का हल विद्यार्थियों द्वारा किया जाना है, उससे दोगुनी संख्या में प्रश्न पूछे जाएंगे.
यह भी पढ़ेंःBihar Inter Exam 2023: गणितज्ञ केसी सिन्हा का सलाह -'पिछले पांच साल का परीक्षा पत्र हल करें'
10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचेःपरीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले प्रवेश कर लेना सभी परीक्षार्थियों के लिए आवश्यक है. देर से आने वाले को शामिल नहीं होने दिया जाएगा. पहली पाली की परीक्षा 9:30 बजे पूर्वाह्न से शुरू होगी और दूसरी 1:45 बजे अपराह्न से शुरू होगी. सभी परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर तक धारा 144 प्रभावी रहेगा. परीक्षा के बेहतर संचालन और सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान के लिए बिहार बोर्ड द्वारा Bihar board annual exam 2023 के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है. जिसमें सभी जिलों के डीएम, डीईओ व बिहार बोर्ड के वरीय पदाधिकारी शामिल होंगे. 31 जनवरी शाम 6:00 बजे से 11 फरवरी शाम 6:00 बजे तक कंट्रोल रूम का नंबर है 0612 - 2232257 / 2232227 चालू रहेगा.
परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगेगाः कदाचार मुक्त परीक्षा के संचालन के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगेगा. प्रत्येक 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियो ग्राफर की व्यवस्था की गई है. परीक्षा में कोई परीक्षार्थी सेंटर के अंदर कोई स्टडी मटेरियल और अन्य सामान ना ले जा पाए इसके लिए सभी परीक्षार्थियों की परीक्षा केंद्र के गेट पर ही फ्रिस्किंग की जाएगी. महिला परीक्षार्थियों के लिए निर्धारित केंद्रों पर महिला केंद्राधीक्षक और महिला वीक्षक होंगी. हर 25 परीक्षार्थी पर एक शिक्षक की तैनाती होगी. केंद्राधीक्षक को छोड़कर परीक्षा कक्ष में कोई भी परीक्षार्थी वीक्षक और अन्य पदाधिकारी और कर्मी मोबाइल फोन नहीं लेकर जाएंगे.
एडमिट कार्ड खोने पर क्या होगा?: परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र पर सटे फोटो से परीक्षार्थियों का मिलान कर ही उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया जाएगा. यदि किसी परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र गुम हो जाता है अथवा घर पर छूट जाता है तो इस स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैन फोटो से उसे पहचान कर रोल सीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की औपबंधिक अनुमति दी जाएगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर जूता मोजा पहन कर आने पर रोक लगा दी है. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी चप्पल या सैंडल पहन कर जाएंगे.
इलेक्ट्रॉनिक ले जाने पर होंगे निष्कासितः परीक्षा हॉल में परीक्षार्थी किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, कैलकुलेटर, ईयर फोन इत्यादि समान नहीं ले जा सकते हैं. यदि परीक्षार्थियों के पास ऐसे सामग्री पकड़े जाते हैं तो उन्हें परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा. परीक्षा केंद्र पर राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना के एसओपी का पूरी परीक्षा के दौरान अनुपालन किए जाने का निर्देश है.
79641 विद्यार्थी पटना में होंगे शामिलः पटना जिले में कुल 80 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 79641 विद्यार्थी परीक्षा देंगे. इनमें 38048 छात्र व 41593 छत्राएं शामिल होंगे. पटना जिले में इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या अधिक है. पटना जिले के 80 परीक्षा केंद्र में पटना सदर अनुमंडल में 39 परीक्षा केंद्र, पटना सिटी अनुमंडल में 13 परीक्षा केंद्र, दानापुर अनुमंडल में 12 परीक्षा केंद्र, बाढ़ अनुमंडल में 7 परीक्षा केंद्र, मसौढ़ी अनुमंडल में 5 परीक्षा केंद्र और पालीगंज अनुमंडल में 4 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
चार आदर्श परीक्षा केंद्र बनाए गएःपटना जिले में कदाचार मुक्त और शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा के संचालन के लिए पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में पुलिस अधिकारियों और केंद्र अधीक्षकों की ब्रीफिंग की. डीएम और एसपी ने सभी अधिकारियों और दंड अधिकारियों को कदाचार मुक्त परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के निर्देश दिए. पटना जिले में चार आदर्श परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय शास्त्री नगर, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बांकीपुर, जेडी वीमेंस कॉलेज बेली रोड और राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय गर्दनीबाग.
"परीक्षा को कदाचार मुक्त सुनिश्चित करने के लिए पटना सदर अनुमंडल में 90 स्टैटिक दंडाधिकारियों, 12 गस्ती दंडाधिकारियों, 6 जोनल दंडाधिकारी- सह- उड़नदस्ता पदाधिकारी और पांच सुपर जोनल दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. इसके अलावा पुलिस पदाधिकारियों एवं सशस्त्र बलों को भी लगाया गया है."-डॉ चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना