पटना: देश के दूसरे शिक्षा बोर्ड के विद्यार्थियों में बिहार बोर्डके प्रति क्रेज बढ़ रहा है और इसकी वजह बिहार बोर्ड की ओर से की गई तकनीक आधारित परीक्षा सुधार है. परीक्षा समिति ने तकनीक आधारित किए गए परीक्षा सुधारों और समय पर परीक्षाओं का आयोजन कराने के साथ ही रिजल्ट रिकॉर्ड समय में सबसे पहले प्रकाशित किया है. ऐसे में बिहार बोर्ड की विश्वसनीयता बढ़ी है और इसका नतीजा यह हुआ है कि अब सीबीएसई समेत देश के कई परीक्षा बोर्ड से दसवीं उत्तीर्ण विद्यार्थी 12वीं के लिए बिहार बोर्ड में नामांकन लेने को उत्साहित हैं.
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बिहार बोर्ड के प्रति आकर्षित हो रहे छात्र
साल 2020 में बिहार बोर्ड के संस्थानों में इंटर कक्षा में दूसरे परीक्षा बोर्ड से मैट्रिक उत्तीर्ण हुए काफी विद्यार्थियों ने नामांकन लिया था. सीबीएसई बोर्ड से मैट्रिक उत्तीर्ण 82742 विद्यार्थियों ने बिहार बोर्ड के संस्थानों में इंटर कक्षा में ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स के माध्यम से नामांकन किया. इसी प्रकार यूपी बोर्ड के 1223 विद्यार्थी आईसीएसई के 1177 विद्यार्थी और अन्य परीक्षा बोर्ड के 17146 विद्यार्थियों ने साल 2020 में बिहार बोर्ड में इंटर कक्षा में नामांकन लिया. बिहार बोर्ड ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि देश के अन्य शिक्षा बोर्ड से मैट्रिक उत्तीर्ण हुए काफी संख्या में विद्यार्थी बिहार बोर्ड के प्रति आकर्षित हो रहे हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है. बिहार बोर्ड ने कहा है कि यह बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के लिए एक बड़ी उपलब्धि है की विभिन्न शिक्षा बोर्ड के विद्यार्थियों बिहार बोर्ड के प्रति आकर्षित हो रहे हैं.