पटनाः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जहां सबसे पहले गृह मंत्री को बीजेपी नेताओं ने तीन राज्यों में हुई बंपर जीत की बधाई दी और उसके बाद बिहार के राजनीति मुद्दों पर चर्चा करते हुए आगे की रणनिती तय की गई. बैठक में स्पेशल स्टेटस का मुद्दा उठा तो गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह सब को पता है कि स्पेशल स्टेटस बिहार को नहीं मिल सकता है, लेकिन यह लोग लोकसभा चुनाव तक इसे मुद्दा बनाने की कोशिश करेंगे.
बैठक में जदयू के बागी नेताओं पर भी बात हुई, जिस पर अमित शाह ने कहा कि जो भी जदयू नेता भाजपा खेमे में आना चाहते हैं वह पहले भाजपा ज्वाइन करें, उसके बाद देखा जाएगा. एक तरीके से जदयू के बागी सांसदों को ग्रीन सिग्नल मिल गया और अब पाला बदलने वाले नेता भाजपा की ओर रुख कर सकते हैं. इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लेकर अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई, लेकिन बैठक में क्या कुछ निर्णय लिया गया और अमित शाह ने नेताओं को लोकसभा चुनाव के लिए क्या कुछ मंत्र दिए इसकी कोई अधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं है.
बिहार भाजपा कोर कमेटी की बैठक में कमेटी के सदस्य के अलावा प्रदेश स्तर के संगठन से जुड़े नेताओं ने भी बैठक में हिस्सा लिया था, लगभग 30 नेताओं को बैठक में हिस्सा लेने की इजाजत थी. लगभग 1 घंटे 15 मिनट तक गृह मंत्री की बैठक भाजपा नेताओं के साथ चली. जानकारी के मुताबिक एनडीए में नीतीश कुमार की एंट्री को लेकर भी मुद्दा उठाया गया, लेकिन गृह मंत्री ने नीतीश कुमार के एंट्री को लेकर भी स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल ऐसी कोई संभावना नहीं है. हालांकि सूत्रों से मिली जानाकरी के अनुसार अमित शाह ने बीजेपी नेताओं से किसी जाति का विरोध किए बिना पूर्व निर्धारित चुनावी रणनीति पर आगे बढ़ने की सलाह दी है.