पटना:बिहारके सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच (Bihar Largest Government Hospital PMCH) में इन दिनों कुव्यवस्थाएं बढ़ गई हैं. अस्पताल में शव ले जाने के लिए दर्जनों वाहन होने के बावजूद ठेले से शव को ढोया जाता है. वहीं शव ढोने वाले एंबुलेंस से सामान की ढुलाई हो रही है. सोमवार को पीएमसीएच के इमरेजेंसी विभाग के सामने ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां एक शव को ठेला पर लादकर ले जाया जा रहा था. वहीं शव वाहन पर कर्मी कार्टन लाद रहे थे.
ये भी पढ़ें-PMCH में लाचार मरीज को नहीं मिला व्हीलचेयर, भटकते हुए गया घर, देखते रहे अधिकारी
शव को कवर कर ले जाने का है नियम:नियम के अनुसार डेड बॉडी को पूरी तरह कवर करके अस्पताल में एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाना है. इसका उद्देश्य होता है कि अस्पताल परिसर में आने वाले मरीज शव देखकर मानसिक रूप से विचलित ना हो जाए. लेकिन बीमार लोगों का पीएमसीएच में ख्याल नहीं रखा जा रहा और खुले में मरीज की मौत के बाद डेड बॉडी को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से पोस्टमार्टम कक्ष तक ले जाने के लिए ठेला का इस्तेमाल किया जा रहा है. इमरजेंसी से पोस्टमार्टम कक्ष की दूरी लगभग 100 मीटर का है. इस बीच रास्ते में महिला एवं प्रसूति विभाग, शिशु रोग विभाग, माइक्रोबायोलॉजी और मेडिसिन विभाग जैसे कई बड़े विभाग हैं.
शव वाहन से हो रही सामान की ढुलाई:पीएमसीएच में NISHKA की ओर से अस्पताल परिसर में दर्जनभर शव वाहन की व्यवस्था की गई है. लेकिन यह वाहन शव ढोने के लिए प्रयोग में कम ही लाया जाता है और अधिकांश रूप से यह वाहन अस्पताल में सामान ढोने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं. ईटीवी के कैमरे में कैद तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार शव शव ढोने वाले वाहन से अस्पताल के कर्मचारी कॉर्टन ढो रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल परिसर में शव वाहन यूं ही बंद पड़े हुए हैं. मेंटेनेंस के अभाव में कई शव वाहन खराब हो रहे हैं.