पटना:बिहार की सियासत (Bihar Politics) की खास बात है कि यहां से दिए गए हर बयान की आंच दिल्ली (Delhi) तक जाती है. बिहार की राजनीति इन दिनों उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में खींचतान जारी है. जदयू जहां मंत्रिमंडल विस्तार (JDU in Modi Cabinet) को लेकर दबाव की राजनीति कर रही है. वहीं छोटे दलों की भी महत्वकाक्षाएं हैं. ऐसे में राजनीति के तीन दिग्गजों के दिल्ली में होने से चर्चाओं का बाजर गर्म हो गया है.
यह भी पढ़ें-'सिर्फ मोदी नहीं नीतीश का भी करेंगे विरोध', दिल्ली जाने के बाद ऐसा क्यों कह रहे हैं मांझी?
गुपचुप हो सकती है मुलाकात
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दिल्ली पहुंचने के साथ ही अपने इरादे जाहिर कर दिए. मांझी ने भाजपा और जदयू दोनों के प्रति तल्खी दिखाई. जीतन राम मांझी से पहले नीतीश कुमार दिल्ली जा चुके हैं. नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी दोनों प्रधानमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं. दोनों नेताओं की प्रधानमंत्री से अपेक्षाएं हैं.
विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम 'मांझी जी अपने इलाज के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. जहां तक उनके बयान का सवाल है, तो वह सच बोलते हैं. यह संजोग है कि नीतीश, लालू और मांझी एक साथ दिल्ली में है इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं.'- विजय यादव, प्रदेश प्रवक्ता, हम
राजनीतिक मर्ज का इलाज संभव
बिहार की राजनीति के तीन धुरंधर नीतीश कुमार (Nitish Kumar), लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) फिलहाल दिल्ली में हैं. ऐसे में इस बात की संभावना भी है कि कई नेता एक-दूसरे से मुलाकात कर सकते हैं. राजनीति में किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. ये तीनों नेता वैसे तो बीमारी का इलाज कराने दिल्ली पहुंचे हैं लेकिन राजनीतिक मर्ज का इलाज भी दिल्ली में ही है.
'जीतन राम मांझी वरिष्ठ नेता हैं उनके सुझाव को गंभीरता से लिया जाता है. तीनों नेता इलाज के लिए दिल्ली में है, इसके कुछ राजनीतिक निहितार्थ नहीं हैं.'- प्रेम रंजन पटेल,भाजपा प्रवक्ता
प्रेम रंजन पटेल,भाजपा प्रवक्ता लालू यादव हो सकते हैं गेम चेंजर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी दोनों नेता प्रधानमंत्री से मुलाकात कर अपनी शिकायतों को दर्ज कराना चाहते हैं. दोनों नेताओं का राजनीतिक एजेंडा भी है. प्रधानमंत्री से अगर मुलाकात ना हो और बात नहीं बने तो ऐसी स्थिति में इसका फायदा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद उठा सकते हैं और बिहार की राजनीति को नया रंग दे सकते हैं.
कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार 'बिहार की राजनीति तलवार की धार पर है और कभी भी पासा पलट सकता है. तीनों नेताओं का एक साथ दिल्ली में होना अपने आप में बड़ी राजनीतिक घटना है. नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और जीतन राम मांझी दिल्ली में है. तीनों नेताओं के बीच गुफ्तगू हो इसकी संभावना से भी आप इंकार नहीं कर सकते. जाहिर तौर पर अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी की उम्मीद पूरी नहीं हुई तो वह नया गुल खिला सकते हैं और लालू प्रसाद यादव इसके लिए तैयार भी बैठे हैं.'- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार
सीएम नीतीश के आंखों का इलाज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) में आंखों का ऑपरेशन किया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक उनकी तबीयत बिल्कुल ठीक है. वैसे खबर है कि सीएम अभी कुछ रोज दिल्ली में ही रहेंगे. पीएम और बीजेपी के शीर्ष नेताओं से उनकी मुलाकात को लेकर संभावना जताई जा रही है.
मांझी के मन में क्या है?
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) पोस्ट कोविड इलाज (Post Covid Treatment) के लिए दिल्ली गए हैं. वहीं इस दौरान मांझी ने एक बयान में कहा है कि मोदी-नीतीश (Modi-Nitish) अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी गलत नीतियों का वे विरोध करेंगे.
लालू भी दिल्ली में
लालू भी दिल्ली में ही मौजूद हैं. ऐसे में राजनीति के धुरंधरों के दिल्ली में होने से फिलहाल चर्चाओं का बाजार गर्म है. अगर नेताओं में बातचीत होती है तो उम्मीद की जा रही है कि बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. हालांकि भविष्य के गर्भ में क्या है ये कोई नहीं जानता.
यह भी पढ़ें-मोदी-नीतीश पर मांझी के हमले से गदगद विपक्ष, RJD वार्म वेलकम को तैयार