भोजपुरी गायक आलम राज से खास बातचीत पटना:भोजपुरी गायक आलम राजने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि उन्होंने यह गीत हिंदू-मुस्लिम भाईचारा को ध्यान में रखकर बनाया है. उन्होंने कहा कि जब हम हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई की बातें करते हैं तो अक्सर देखा जाता है कि हिंदू समाज के लोग भी मुसलमान भाइयों के ताजिया में जुलूस उठाते हैं. कई मुस्लिम समाज के लोग भी सावन के समय देवघर जाते हैं अथवा छठ पूजा करते हैं.
ये भी पढ़ें: Khesari Lal Yadav: खेसारी लाल यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश, ये है मामला
बोल बम गाने पर गायक आलम राज को मिली धमकी:आलम राज ने बताया कि कुछ दिनों से इस प्रकार धमकी मिली कि उन्होंने अपने कई शिव भजन को पोस्टपॉन्ड कर दिए. अभी उनके 10 गाने ऐसे हैं, जिसे अब वह जल्द रिलीज करेंगे क्योंकि काफी लोग अब उन्हें सपोर्ट करने लगे हैं. वह इस मामले में एफआईआर दर्ज करने पर भी विचार कर रहे हैं, क्योंकि पता नहीं कब कोई सनकी कुछ कर दे.
गाने में साथी कलाकार के साथ भोजपुरी गायक आलम राज "गाने में जिस प्रकार बुर्का पहनी महिलाएं कांवर ले जाते हुए दिखाई दे रही हैं, इसी पर कई लोग आपत्ति कर रहे हैं और व्हाट्सएप कॉल कर उनको जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. कई लोग घर फूंक देने की बातें कर रहे हैं और बकरी जैसा हलाल करने की भी धमकी दे रहे हैं लेकिन काफी लोगों का उन्हें सपोर्ट भी मिल रहा है. जो लोग बुद्धिजीवी हैं, वह सपोर्ट कर रहे हैं"- आलम राज, भोजपुरी गायक
आसाराम पर गाने को लेकर भी विवाद:आलम राज ने कहा कि वह 10 वर्षों से अधिक समय से भोजपुरी इंडस्ट्री में हैं. अब तक सैकड़ों गाने गा चुके हैं लेकिन दो बार ऐसा समय आया है, जब उनके गाने को लेकर बवाल मचा है और उन्हें धमकियां मिली हैं. इससे पहले जब आसाराम पर मुकदमा हुआ था, उस समय उन्होंने आसाराम पर होली गीत गाया था. उस वक्त भी बहुत बवाल मचाया गया था और अब यह सावन गीत बवाल मचा रहा है. इससे वह और उनके घर वाले परेशान हैं.
बुर्का पहनी महिलाओं के कंधे पर कांवर क्यों?:भोजपुरी गायक ने कहा कि गाने के वीडियो में जो मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहने हुए और कंधे पर कांवर लेकर जाती नजर आ रही है, इसे उन्होंने फिल्माया नहीं है. कुछ वर्ष पहले कुछ मुस्लिम महिला बुर्का पहनकर कंधे पर कांवर रखकर देवघर जल चढ़ाने गई थी, मीडिया में भी आ खबर सामने आई थी और यूट्यूब पर आज भी वीडियो मौजूद है. उसी में से वीडियो उठाया गया है.
'बोल बम मुसलमान चलल बा' का क्या संदेश?: इस बारे में आलम राज ने कहा कि यह गाना हिंदू-मुस्लिम भाईचारा का संदेश दे रहा है. कई उनके धर्म के लोग उन्हें मुस्लिम धर्म का नाश करने वाला और मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं, मेरा मानना है कि यह सब गलत बात है. वह तो समाज में नफरत नहीं बल्कि मोहब्बत का संदेश दे रहे हैं. उनके समाज के भी बुद्धिजीवी लोग उनकी सराहना कर रहे हैं. मैंने किसी धर्म को बड़ा या छोटा दिखाने की कोशिश नहीं की है.
दर्जनों गाने गा चुके हैं आलम राज:बोल बम मुसलमान चलल बा से पहले आलम राज दर्जनों गाने गा चुके हैं. इनमें 'छोड़s बदमाशी चलs काशी' गाने को भी भोजपुरी श्रोताओं और शिव भक्तों का भरपूर प्यार मिला है. इसके अलावे जा ए जान भूला जहिया, बेवफा कही जमाना, मच्छरदानी, जुदाई जान लेके जाई, जियते कतल कईलु, प्यार व्यापार और बचपन के प्यार समेत कई हिट गाने शामिल हैं.