पटना: 30 अप्रैल तक पटना शहर के सभी छोटे-बड़े नालों की सफाई हो जाएगी. नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर निगम प्रशासन ने नाला उड़ाही का कार्य तेज कर दिया है. निगम प्रशासन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए निगम कर्मी लगातार नालों की सफाई करने में लग गए हैं. मशीन, रोबोट के साथ मानव बल के माध्यम से नाला उड़ाही का कार्य तेज गति से शुरू हो गया है. निगम प्रशासन का दावा है कि 15 फरवरी से ही हम लोग नाला उड़ाही का कार्य कर रहे हैं. जो 30 अप्रैल तक पूरा हो जाएगा.
यह भी पढ़ें- स्वच्छता सर्वेक्षण का सर्वे समाप्त, निगम प्रशासन का दावा- टॉप 10 में रहेगा पटना
कार्य में हुई थोड़ी देरी
पटना नगर निगम के आयुक्तहिमांशु शर्माने कहा किलगातार नाला उड़ाही का कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के खतरे के बावजूद विपरीत परिस्थितियों और कम संसाधनों के बावजूद, नाले की सफाई की वजह से शहर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई थी. इस वर्ष भी ऐसे ही कार्य का प्रदर्शन हो रहा है. नगर विकास विभाग के निर्देश पर नगर निगम संबंधित एजेंसियों को मानसून की तैयारियों की प्राथमिकता देते हुए मिशन मोड में कार्य को पूर्ण करने का भी निर्देश दे दिया है.
ये भी पढ़ें - बिहार में 5 नगर निगम का विस्तार, लेकिन कर्मियों की घोर कमी से जूझ रहा कॉर्पोरेशन
हर साल शुरू हो जाता है नाला उड़ाही का काम
मानसून की बारिश में शहर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न ना हो इसको लेकर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर निगम प्रशासन को आदेश दे चुके हैं. 30 अप्रैल तक सभी बड़े छोटे नालों की सफाई का काम पूरा कर लें. इसके बाद निगम प्रशासन नाला उड़ाही के कार्य में तेजी ला चुकी है. 2019 की तरह पटना शहर में जलजमाव की स्थिति न हो, इसके लिए सरकार हर साल मानसून आने से पहले नाला उड़ाही का कार्य शुरू कर देती है.
यह भी पढ़ें- PM के आह्वान पर आत्मनिर्भर बनी लालसा, कई महिलाओं के साथ मिलकर कर रही ये काम