पटना: जारी लॉकडाउन के दौरान जहां सीमित छूट के साथ कुछ दुकानों को खोलने के निर्देश जारी किये गए हैं. ऐसे में सैलून और ब्यूटी पार्लर को भी खोलने की भी अनुमति मिल गई है. लेकिन, जब शादी-पार्टी नहीं हो रही तो सजने-संवारने का सवाल ही नहीं उठता. दो महीने के लंबे समय के बाद खुले ब्यूटी पार्लर संचालकों और उनमें काम करने वाली महिलाओं से ईटीवी भारत ने बात की, तो उनका दर्द उमड़ पड़ा.
पटना में सैलून, स्पा सेंटर, ब्यूटी पार्लर सब मिलाकर तकरीबन 5 हजार दुकानें हैं. वहीं, ब्यूटी पार्लर से अपनी जीविका चलाने वाली तकरीबन 15 हजार महिलाएं हैं. लॉकडाउन के चलते इन सभी को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ा.
दुकान का किराया और बिजली का बिल
ब्यूटी पार्लर संचालक अनुपमा वत्स की माने, तो दुकान का किराया देना है और बिजली का बिल भी आ रहा है. कमाई ठप रही है, ऐसे में बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि पार्लर के स्टाफ को सैलरी देनी है. मार्च तक पेमेंट हमने किराया दिया है. साल भर बैठकर हम खा नहीं सकते. उन्होंने कहा कि सरकार को किराये वाले मामले पर कुछ ध्यान देना चाहिए.
शादी कामकाज बंद हुआ, तो हम भी ठप
लग्न मुहूर्त के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि शादियों का सीजन आते ही कोरोना ने भी एंट्री मार दी. इसके चलते हमें दुल्हन को सजाने के लिए मिलने वाली बुकिंग भी नहीं मिली. हमें लग्नों का इंतजार रहता है. अनुपमा ने कहा कि पटना में रेंट बहुंत हाई है. लिहाजा, हम अपने स्टाफ को कब तक सैलरी प्रोवाइड करते रहेंगे. हम बस यह कह सकते हैं कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए.