बाराबंकी/पटना :जनपद मेंबिहार राज्य के एनटीपीसी के उप महाप्रबंधक (NTPC Deputy General Manager) के पालतू कुत्ते कुल्ली की तलाश में बाराबंकी पुलिस और यूपीडा की टीमें लगी हुई हैं. यही नहीं कुत्ता पकड़कर गायब कर देने के शक पर बुधवार को एक कोटेदार से पुलिस घंटों पूछताछ करती रही. बुधवार को डीजीएम एनटीपीसी विनीत सिंह कुत्ते की तलाश में लगातार यूपीडा के अधिकारियों और पुलिस से संपर्क में हैं.
बिहार प्रदेश में एनटीपीसी में उप महाप्रबंधक पद पर तैनात विनीत सिंह मेहरा लखनऊ के चिनहट के रहते हैं. बीती 17 दिसंबर को विनीत परिवार के साथ लखनऊ घर आ रहे थे. उनके साथ गाड़ी में पीछे की सीट पर उनका कुत्ता कुल्ली भी था. पूर्वांचल एक्सप्रेस के हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के संसारा गांव के करीब अचानक एक नीलगाय आ जाने से उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था. इसी बीच खिड़की का शीशा टूट जाने से खिड़की खुल गई. जिससे उनका कुत्ता कुल्ली गाड़ी से लापता हो गया. विनीत ने यूपीडा वालों और पुलिस से कुत्ते की खोज करने की मदद मांगी थी. वहीं, बुधवार को हैदरगढ़ पुलिस और यूपीडा के अधिकारियों की टीमों ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे बसे मालिनपुर गांव के कोटेदार अजय कुमार साहू को हिरासत में लेकर कई घंट पूंछताछ की.
गांव के कोटेदार अजय कुमार साहू ने बताया कि सुबह उसके घर पुलिस और यूपीडा की टीमें पहुंची. इसके बाद आरोप लगाया कि एनटीपीसी के डीजीएम विनीत सिंह का कुत्ता उसके पास है. इस पर उसने बताया कि नवंबर के महीने में उसके पास एक कुत्ता आ गया था. जिसे उसने 25 दिन अपने पास रखा था. लेकिन बाद में दौलतपुर के एक मुनीम को दे दिया था. इसके बाद पुलिस और यूपीडा टीम उसको लेकर दौलतपुर गांव ले गई. जहां उसे बताया गया कि वहां से कुत्ता पेचरूवा गांव में दे दिया गया. टीम अजय को लेकर पेचरूवा गांव पहुंची तो वहां भी कुत्ता नहीं मिला. इसके बाद टीम कनवा गांव पहुंची, जहां कुत्ता मिला. इस कुत्ते की फोटो जब व्हाट्सऐप पर डीजीएम विनीत को भेजी गई तो उन्होंने कहा कि ये कुत्ता उनका कुल्ली नहीं है. इस दौरान कोटेदार अजय को टीम द्वारा हैदरगढ़ कोतवाली में लगभग 5 घंटे तक पूछताछ हुई. हैदरगढ़ इंस्पेक्टर अजय कुमार त्रिपाठी ने अनभिज्ञता जताई. उनका कहना है कि मामला उनकी जानकारी में नहीं है.
डीजीएम एनटीपीसी विनीत (DGM NTPC Vineet) ने बताया कि उनका अपने पालतू कुल्ली से बड़ा लगाव है. वे लगातार उसकी खोज कर रहे हैं. उन्होंने यूपीडा और पुलिस से अपने कुल्ली की तलाश के लिए मदद मांगी थी. उन्होंने बताया कि उन्होंने कुल्ली का पता बताने वाले को पांच हजार का ईनाम भी देने की भी घोषणा की है. डीजीएम ने बताया कि बुधवार को पुलिस और यूपीडा टीम ने एक कोटेदार के पास देखे गए कुत्ते पर शक किया था. उसके व्हाट्सऐप पर कुत्ते के फोटो भेजे गए थे, वो कुत्ता हमारा नहीं है.
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