पटनाः राजधानी में सैकड़ों पूजा पंडाल बनाकर और मूर्ति की स्थापना कर लोग मां दुर्गा की आराधना करते है. अब तक मूर्तियों का विसर्जन गंगा नदी में ही होता रहा है. लेकिन इस बार बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण विभाग ने गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है.
पटनाः गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन पर रोक, जगह तय नहीं होने से असमंजस में हैं पंडाल के सदस्य - Ban on idol immersion in Ganges river in patna
पटना में हर बार मूर्तियों का विसर्जन गंगा नदी में ही होता रहा है. लेकिन इस बार बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण विभाग ने गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दिया है. जिससे पंडाल के सदस्य असमंजस में पड़े है.
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गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन पर रोक
मूर्ति विसर्जन को लेकर पटना जिला प्रशासन ने अभी तक कोई गाइड लाइन जारी नहीं की है. न ही पूजा समिति के सदस्यों से कोई बात की है. वहीं पटना के जिलाधिकारी का कहना है कि इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वो जगह बताए कि मूर्ति का विसर्जन कहां किया जाएगा. वैसे अभी तक पटना जिला प्रशासन कुछ तय नहीं कर पाई है.
गंगा में ही होती रही है मूर्ति विसर्जित
पूजा पंडाल के सदस्यों को मूर्ति विसर्जन को लेकर कुछ समझ में नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि वर्षों से पूजा कर रहे हैं और गंगा में ही मूर्ती विसर्जित करते थे. ना जाने प्रशासन इस बार क्या रूपरेखा तय कर रहा है. वहीं इस बार विसर्जन कहां होगा इसकी जानकारी पूजा समिति के सदस्यों को नहीं दी गई है.