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चक्रवाती तूफान के बीच बच्ची ने लिया जन्म, नाम रखा 'फानी'

जहां एक ओर चक्रवाती तूफान फानी देश के तटवर्ती इलाकों में अपना कहर बरपा रहा है. वहीं, इस तुफान के बीच भुवनेश्वर में एक बच्ची की किलकारी गूंजी है. इसके चलते नवजात का नाम फानी रखा गया है.

फानी तुफान Fani

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Published : May 3, 2019, 6:38 PM IST

भुवनेश्वर/पटना :चक्रवाती तूफान फानी देश के तटवर्ती इलाकों में अपना कहर बरपा रहा है. तूफान के चलते प्रशासन, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से मुस्तैद है. इसी बीच एक 32 वर्षीय महिला ने आज सुबह 11:03 बजे रेलवे अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया.

बताया जाता है कि भुवनेश्वर के रेलवे अस्पताल में शुक्रवार सुबह 11:03 बजे 32 वर्षीय एक महिला ने एक लड़की को जन्म दिया. बच्ची का नाम चक्रवाती तूफान फानी के नाम पर रखा गया है. महिला रेलवे कर्मचारी है, और मंचेश्वर स्थित कोच रिपेयर वर्कशॉप में हेल्पर के रूप में काम करती है. जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं.

नवजात के साथ मां

मधेपुरा ,सहरसा और सुपौल में मौसम का मिजाज बदला
इस बीच आपको बता दें कि फानी की वजह से रेल, हवाई यात्रा और सड़क यात्रा पुरी तरह से प्रभावित है. तूफान अब पूर्वी बिहार और यूपी की तरफ बढ़ रहा है. फानी तूफान का असर बिहार के कोसी क्षेत्र में दिखने लगा है. यहां कोसी प्रमंडल के मधेपुरा ,सहरसा और सुपौल में सुबह से ही मौसम का मिजाज बदल गया है. मौसम के बदले मिजाज से इस क्षेत्र में तूफान आने की संभावना लग रही है. लोग घरों में सिमट गए हैं.

मोतिहारी में बारिश
मोतिहारी में भी चक्रवाती तूफान फानी का असर दिख रहा है. पूरे जिले में तेज हवाएं चल रही हैं. इसके साथ हीं रूक-रूक कर बारिश हो रही है.

यूपी के सोनभद्र में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत
उड़ीसा के समुद्री तट से चक्रवाती तूफान फानी के टकराने का कहर यूपी के सोनभद्र में देखने को मिला. जहां गुरुवार को देर शाम पन्नूगंज थाना इलाके के नौडीहा गांव में अचानक मौसम खराब होने के बाद आकाशीय बिजली कड़कने लगी. थोड़ी ही देर में घर के बाहर भैंस चराने गए किशोरों पर बिजली गिरने से चार झुलस गए. जिन्हें परिजनों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तियरा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. वहां एक किशोर की मौत हो गई.

यूं कहर बरपा रहा फानी

फानी के प्रभाव से बंगाल में भारी बारिश
चक्रवाती तूफान फानी के असर की वजह से पड़ोसी ओडिशा में भूस्खलन होने के बाद कोलकाता व पश्चिम बंगाल के गंगातटीय क्षेत्रों में शुक्रवार को भारी बारिश हुई. अत्यधिक भयावह चक्रवाती तूफान से सुबह 10 बजे के बाद भूस्खलन हुआ. यह कोलकाता से दक्षिणपश्चिम में 400 किमी से ज्यादा दूर स्थित था और पूर्वी मिदनापुर जिले से 350 किमी दक्षिणपश्चिम में था.

कोलकाता हवाईअड्डे के बंद होने का समय बदला
नागरिक उड्डयन महानिदेश्क ने सभी एयरलाइनों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल हवाईअचड्डे से शुक्रवार अपरान्ह 3 बजे व शनिवार सुबह 8 बजे के बीच अपने उड़ान संचालन को रोकने के लिए संशोधित परामर्श जारी किया है.

उड़ानें कैंसिल, ट्रेनें रद्द
सभी एहतियाती उपाय जैसे उड़ान रद्द करना, ट्रेनों को रद्द करना व जल परिवहन सेवाओं को रद्द किया गया है. राज्य सरकार व कोलकाता नगर निगम ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित करने का फैसला लिया है. मदद के लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1070 साझा की गई है.

'समुद्र में किसी भी जानी नुकसान की कोई सूचना नहीं'
इस बीच भारतीय तटरक्षक बल के आईजी केआर सुरेश ने कहा, 'अब तक, हमें चक्रवाती तूफान फानी की वजह से समुद्र में किसी भी जानी नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है.'

बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ेगी
मौसम पूर्वानुमानकर्ता जे.के मुखोपाध्याय ने कहा, 'बाहरी घेरे के बादल पहले ही पश्चिम बंगाल और कोलकाता के तटीय क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं, जिससे बारिश हो रही है. बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ेगी. चक्रवात के बंगाल के करीब आने के साथ ही इसकी गति 80-100 किमी प्रति घंटा हो जाएगी.'

बचाव कार्य में लगी वायु सेना की टीम

एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह टीमों को झारग्राम जिले के संकरील, पश्चिम मेदिनीपुर के नारायगढ़ ब्लॉक, पूर्व मेदिनीपुर जिले के रामनगर, दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में व उत्तर 24 परगना के धमाखली व हसनाबाद में तैनात किया गया है.

मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के जमीनी क्षेत्र में प्रवेश करने की पूरी प्रक्रिया सुबह 11 बजे पूरी हो गई थी. इसमें कहा गया, 'इसने ओडिशा तट को गोपालपुर व चंदबली के बीच पुरी के करीब 170 से 180 किमी प्रति घंटे की हवा की रफ्तार के साथ पार किया.' बता दें कि फानी की वजह से ओडिशा के अनुमानित तौर पर 10,000 गांव और 52 शहर प्रभावित है.

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