पटनाः विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी बुधवार 6 दिसंबर को हेलीकॉप्टर यात्रा के पहले चरण के अंतिम दिन बेगूसराय और मुजफ्फरपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. उपस्थित लोगों को संघर्ष करने का संकल्प दिलवाया. बेगूसराय के कल्पवास मेला क्षेत्र, निषाद घाट, सिमरिया घाट तथा मुजफ्फरपुर के बोचहा स्थित वाजिदपुर मझौली चौक पर जनसभा को संबोधित किया.
बाबा साहेब को नमनः सभा स्थलों पर सबसे पहले बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें नमन किया. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने हम सभी को वोट के रूप में बड़ी शक्ति दी है. लेकिन अब तक हम उस शक्ति को पहचान नहीं पाए हैं. उन्होंने कहा कि जो समाज इस वोट की शक्ति को पहचान गया, वह समाज आगे निकल गया.
"आज अगर मैं झुक जाऊं तो मैं भी बड़ा नेता बन सकता हूं, लेकिन मुझे ऐसा नेता नहीं बनना जो अपने समाज के लिए कुछ नहीं कर सके. अभी मैं 20 वर्षों तक संघर्ष कर सकता हूं, लेकिन ऐसा नेता बनूंगा जो समाज और गरीब के लिए कुछ कर सके."- मुकेश सहनी, वीआईपी सुप्रीमो
निषाद का बेटा बिहार का सीएम बनेः इस दौरान मुकेश सहनी ने जनसभा में उपस्थित लोगों को आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए पढ़ाने तथा अधिकारों के लिए संघर्ष करने का हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प करवाया. सहनी ने निषाद वर्ग से आए युवाओं में जोश भरते हुए कहा कि मल्लाह का बेटा केवल मछली मारने के लिए पैदा नहीं हुआ है बल्कि नेतृत्व भी करेगा, यह मैंने बिहार में दिखा दिया है. उन्होंने कहा कि मेरा सपना निषाद को आरक्षण मिले और निषाद का बेटा बिहार का सीएम बने.