पटना: आज विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) है. इस मौके पर पूरे देश भर में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में सड़क पर उतरकर सुबह से ही हजारों की संख्या में स्कूली छात्र-छात्राओं ने जागरुकता रैली निकाली. इस दौरान बड़ी संख्या में समाजसेवी और पर्यावरण प्रेमी नजर आए.
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मसौढ़ी में पर्यावरण दिवस पर जागरुकता रैली: रैली के दौरान बुद्धिजीवी वर्ग के लोग जलवायु संरक्षण बढ़ते प्रदूषण और हर व्यक्ति को पेड़-पौधे लगाकर वातावरण को प्रदूषण से बचाने का संकल्प ले रहे हैं. आयोजकों की मानें तो करोना काल में जिस तरह से ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौतें हुईं हैं. ऐसे में हम सब को पेड़-पौधों को बचाने के लिए संकल्प लेना चाहिए.
क्या है इस साल की थीम?:विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की मेजबानी स्वीडन करेगा. इस बार वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे 2022 की थीम 'केवल एक पृथ्वी' है. इस मुहिम का नारा है प्रकृति के साथ सद्भावना में रहना. 50 साल बाद एक बार फिर ‘केवल पृथ्वी’ का नारा जो कि 1972 के स्टॉकहोम सम्मेलन में सबसे पहले दिया गया था. उसे आज फिर अपनाया गया है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि यह आज भी हम पर लागू होता है कि केवल पृथ्वी ही हमारा घर है और इसका कोई विकल्प हीं हैं. यह नारा पर्यावरण में वैश्विक स्तर पर परिवर्तनकारी नतीजों की पैरवी करता है.
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास: विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा ह्यूमन एनवायरनमेंट पर स्टॉकहोम सम्मेलन में की गई थी, जिसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था. सभी ने एक धरती के सिद्धांत को मान्यता देते हुए हस्ताक्षर किए. इसके बाद 5 जून को सभी देशों में ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाया जाने लगा. भारत में 19 नवंबर 1986 से पर्यावरण संरक्षण अधिनियम लागू हुआ.
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